लास्ट आर्टिकल रिपोर्ट एप से चार निशाने लगायेगी पुलिस
पब्लिक को होली की विश के साथ मांगे जाएंगे सुझाव
BAREILLY: पुलिस की इमेज पब्लिक की नजर में बेहतर नहीं है। पब्लिक मानती है कि सही काम के लिए पैसे लेना और गलत काम को सही करना पुलिस का बाएं हाथ का खेल है। यही नहीं किसी का सामान खोने की अप्लीकेशन रिसीव कराने के लिए भी पुलिस पैसे ले लेती है। इस बैड इमेज को सुधारने के लिए यूपी पुलिस एप का सहारा ले रही है। करीब एक महीने पहले लांच किए गए लास्ट आर्टिकल रिपोर्ट एप से पुलिस एक तीर से चार निशाने लगाना चाहती है। इसके लिए होली पर प्लानिंग भी कर ली गई है। एप के जरिए क्या निशाने लगाने वाली है पुलिस आइए बताते हैं।
पब्लिक से सीधे जुड़ेगी पुलिस
जनवरी के लास्ट वीक में यूपी पुलिस ने लास्ट आर्टिकल रिपोर्ट नाम का एप लांच किया था। इस एप को स्मार्टफोन के साथ-साथ डेस्कटॉप पर भी चलाया जा सकता है। एप के जरिए कोई भी घर बैठे पासपोर्ट, मोबाइल, सिम आईडी कार्ड या अन्य वस्तु के खोने की रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करा सकता है। इसके लिए पब्लिक को अपना मोबाइल नंबर, एड्रेस और ईमेल आईडी देना पड़ता है। इन्हीं मोबाइल और ईमेल आईडी के जरिए पुलिस सीधे पब्लिक से जुड़ना चाहती है।
एप के बारे में अवेयरनेस
सबसे पहले पुलिस आने वाले त्योहार होली पर ऑनलाइन रिपोर्ट लिखाने वाले लोगों को होली की बधाई भेजेगी। उसके बाद पुलिस उन सभी लोगों को समय-समय पर मैसेज भेजेगी कि वो लोग अपने साथियों, रिश्तेदारों और जानकारों को इस एप के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताएं ताकि उन्हें थाना के चक्कर न लगाने पड़े और उनका काम आसान हो जाए।
आइडिया भेज सकते हैं लोग
इसके अलावा पुलिस इन सभी लोगों से मेल और मैसेज के जरिए सुझाव भी मांगने वाली है। पुलिस की इमेज कैसे सुधारी जाए, पुलिस उनके लिए क्या-क्या नया कर सकती है, पुलिस उनकी किस तरह हेल्प कर सकती है, या फिर उनके दिमाग में पुलिस की वर्किंग के लिए कोई अच्छा आइडिया है तो वह भी भेज सकते हैं।
डाटा भी हो रहा कलेक्ट
इस एप के जरिए पुलिस डाटा कलेक्शन का भी काम कर रही है। एप में दर्ज होने वाली रिपोर्ट का रिकार्ड स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो में दर्ज हो रहा है। पुलिस के पास सारी खोयी हुई वस्तुओं का डाटा होने के साथ-साथ पब्लिक का भी डाटा सेव होता जा रहा है। अभी तक करीब ख् हजार लोग एप के जरिए रिपोर्ट दर्ज करा चुके हैं जिनमें बरेली से भ्0 लोगों ने रिपोर्ट दर्ज करायी है। जैसे-जैसे अवेयरनेस बढ़ेगी वैसे-वैसे इसका नंबर भी इनक्रीज होता जाएगा।
लास्ट आर्टिकल रिपोर्ट एप के जरिए लोगों का डाटा कलेक्ट किया जा रहा है। इसके जरिए लोगों से मैसेज व मेल के जरिए होली की विश देने के साथ-साथ सुझाव भी मांगे जाएंगे।
डीके चौधरी, डीआईजी टेक्निकल सर्विसेस, यूपी पुलिस