सरफराज करना चाहता है कब्जा

मॉडल टाउन मोहल्ले में रहने वाली पूनम अरोड़ा के पति गुरदीप सिंह अरोड़ा की कटरा मानराय में गुरदीप टैक्सटाइल नाम से शॉप है। इनका इज्जतनगर थाना एरिया में वीर सावरकर नगर विहारमान नगला में एक प्लॉट है। पूनम का आरोप है कि इस प्लॉट पर सीबीगंज में तिलियापुर मोहल्ले का ठेकेदार सरफराज कब्जा करना चाहता है।

दी धमकी

पूनम का कहना है कि राजीव कुमार पैमाइश कर रहे थे, इसी बीच वहां अचानक से सरफराज और उसके कुछ साथी पहुंच गए। इन लोगों ने गुरदीप और उनके रिश्तेदारों को धमकाना शुरू कर दिया। गुरदीप ने थाने में कंप्लेन करने की बात कही, तो सरफराज ने इज्जतनगर एसओ जितेन्द्र कौशल को बुला लिया। सरफराज ने उसकी मौजूदगी में गुरदीप से पांच लाख रुपए मांगे। सरफराज ने कहा कि जिस जगह पर गुरदीप ने प्लॉट खरीदा है, वह इलाका उसका है।  

जबरदस्ती ले आए थाने

पूनम ने बताया कि जब गुरदीप ने रंगदारी देने से इंकार कर दिया, तो एसओ इज्जतनगर ने उन्हें वर्दी का रौब दिखाते हुए रंगदारी नहीं देने पर गालियां देनी शुरू कर दी। एसओ ने गुरदीप सिंह, उनके बहनोई भवनदीप सिंह और पैमाइश कर रहे राजीव कुमार का मोबाइल छीन लिया। इसके बाद उन्हें थाने ले जाकर बंद कर दिया.  इसकी जानकारी होने पर व्यापारी इकट्ठा हो गए। वह थाने तीनों व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई होने से रोकते, इसके पहले गुरदीप, भवनदीप और राजीव का धारा 151 में चालान कर दिया।

सख्त कार्रवाई की मांग

इज्जतनगर एसओ की इस हरकत से शहर के व्यापारी काफी नाराज हुए। फ्राइडे दोपहर सैकड़ों व्यापारी इकट्ठे होकर एसपी सिटी अतुल सक्सेना के पास पहुंचे। व्यापारियों ने कहा कि इज्जतनगर एसओ सरफराज के साथ मिला हुआ है। व्यापारियों ने गुरदीप सिंह और उनके रिश्तेदारों के साथ हुई घटना के बारे में एसपी सिटी अतुल सक्सेना को बताया। इसे सुनकर एसपी सिटी ने तत्काल एसओ इज्जतनगर के खिलाफ जांच बैठा दी है। गुरदीप और उनके रिश्तेदारों के साथ हुई घटना और एसओ के रंगदारी करने की जांच सीओ फस्र्ट राजकुमार को सौंप दी गई है। व्यापारियों का कहना है कि इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त ऐक्शन नहीं हुआ तो वह सड़कों पर उतरने और दुकानें बंद करने पर मजबूर हो जाएंगे।

पहले भी लग चुके हैं आरोप

Case-1 इंस्पेक्टर प्रेमनगर पर वेडनेसडे को एक लड़के को फर्जी मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजने का मामला सामने आया है। इसकी जांच किला इंस्पेक्टर को सौंप दी गई है।

Case-2 मिशन मार्केट में एक कपड़ा व्यापारी को जबरन पीटने और हवालात में बंद करने का मामला सामने आया था। इसमें व्यापारियों ने कोतवाली इंस्पेक्टर पर कम उम्र के लड़के को फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगाया था। इस केस में इंवेस्टिगेशन के बाद समझौता हो गया।

Case-3 इसी तरह भोजीपुरा थाना एरिया में 9 साल के एक बच्चे को स्मैक तथा चाकू रखने के मामले में जेल भेजने का मामला भी खूब चर्चित रहा था। इसमें जांच के बाद मामला सही पाए जाने पर भोजीपुरा एसओ का ट्रांसफर कर दिया गया। इसमें कोई कड़ा ऐक्शन नहीं लिया गया है।

सवाल यह उठता है कि पुलिस के खिलाफ फर्जी मामलों में फंसाने की जांच का अभी तक कोई रिजल्ट नहीं आया। इसमें अधिकतर मामलों में पुलिस वाले वादी के साथ कॉम्प्रोमाइज करा लेते हैं। जो मामले हल्के होते हैं, उनमें पुलिस वालों के पॉजिटिव रिपोर्ट लग जाती है। अब गुरदीप सिंह के मामले में न जाने क्या रिपोर्ट आएगी?

प्रेमनगर थाने की पुलिस की तरफ से 13 साल के बच्चे को रंगदारी के मामले में जेल भेजने की घटना की जांच कराई जाएगी। इसमें जांच के दौरान दोषी पाए गए व्यक्ति के खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा।

-राजेश प्रताप सिंह, आईजी