- दिल्ली की टीम ने पिछले महीने किया था सामुदायिक व सार्वजनिक टॉयलेट्स का निरीक्षण
- एसटीपी और एफएसटीपी ने होने के कारण ओडीएफ प्लस प्लस अवार्ड से चूका नगर निगम
बरेली : स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में अच्छी रैंकिंग हासिल करने से पहले नगर निगम ने एक तमगा पा लिया है। अपना शहर ओपन डिफिकेशन फ्री (ओडीएफ) यानी खुले में शौच मुक्त प्लस की परीक्षा में पास हो गया है। बीते दिनों शहर में टॉयलेट्स का निरीक्षण कर लौटी टीम ने शहर में व्यवस्थाएं मुकम्मल पाई हैं। हालांकि एसटीपी और एफएसटीपी नहीं होने के कारण ओडीएफ की अगली श्रेणी पाने से कुछ दूर शहर रह गया।
देखी टॉयलेट्स की स्थिति
कोविड के चलते इस बार मार्च में स्वच्छ सर्वेक्षण होना है। इस सर्वेक्षण में किसी भी शहर के लिए ओडीएफ श्रेणी का प्रमाण पत्र लेना जरूरी है। यह प्रमाण पत्र होने पर सर्वेक्षण में करीब 18 सौ अंक शहर को मिलेंगे। नगर निगम ने पिछले दिनों ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस प्लस के लिए आवेदन किया था। इस पर जनवरी में केंद्र सरकार की टीम ने शहर आकर निरीक्षण किया। शहर में नगर निगम द्वारा बनाए गए सार्वजनिक और सामुदायिक टॉयलेट्स की स्थिति देखी। केंद्र सरकार की ओर से जारी परिणाम में शहर को ओडीएफ प्लस श्रेणी में घोषित कर दिया गया।
ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी से चूका शहर
केंद्र सरकार की टीम ने शहर के करीब 32 टॉयलेट्स का निरीक्षण किया। साफ-सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं में सभी टॉयलेट्स को ओडीएफ प्लस की श्रेणी मिल गई। बावजूद इसके शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं होने के कारण प्रतियोगिता में पास नहीं किया गया। बहुत पास पहुंचकर शहर ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी से चूक गया।
शहर में 12 टॉयलेट्स बेहतरीन
शहर के 80 वार्डो में 19 सामुदायिक शौचालय और 36 सार्वजनिक टॉयलेट्स का निर्माण कराया गया। केंद्र की टीम ने निरीक्षण के दौरान सभी टॉयलेट्स में व्यवस्था मुकम्मल पाई। शहर के 12 टॉयलेट्स में साफ-सफाई समेत सभी व्यवस्थाएं बेहतरीन मिलीं।
शहर ने ओडीएफ प्लस की श्रेणी को पास कर लिया है। एसटीपी व एफएसटीपी नहीं होने के कारण ओडीएफ प्लस प्लस आने से चूके हैं। इन पर काम किया जा रहा है। फिलहाल ओडीएफ प्लस बनने से स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने में मदद मिलेगी।
अजीत कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त