बरेली (ब्यूरो)। अगर आप फॉरेन ब्रीड्स्स के डॉग्स रखते हैं या रखने के शौकीन हंै तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। लोगों की सुरक्षा का हवाला देते हुए केंद्र सरकार ने 23 डेंजरस ब्रीड्स्स को पालने पर बैन कर दिया। इसको लेकर नगर निगम भी अलर्ट हो गया है। नगर निगम के वैटरनरी ऑफिसर ने बताया कि नगर निगम में जो रजिस्टर्ड डॉग्स हैं उनके ओनर्स को भी मैसेज दिया जाएगा। इसके साथ ही जो लोग डॉग्स की ब्रीडिंग करते हैं अब वो बैन्ड ब्रीड्सस की ब्रीडिंग नहीं कर सकेंगे। इसको लेकर अवेयर भी किया जाएगा।


तो देना होगा सर्टिफिकेट
नगर निगम के वैटरनरी ऑफिसर डॉ। आदित्य तिवारी ने बताया कि सरकार की तरफ से जिन खतरनाक ब्रीड्स को बैन किया गया है। इनमें से कुछ ब्रीड्सस के डॉग्स को लोग पालते हैं। नगर निगम में जो भी ऐसे बैन डॉग्स रजिस्टर्ड हैं उनके ओनर्स को सूचना दी जाएगी कि वह अपने डॉग्स का बधियाकरण कराने के बाद सर्टिफिकेट नगर निगम में जमा करें। वैक्सीनेशन का भी सर्टिफिकेट नगर निगम में जमा करना होगा। जो लोग बैन डॉग्स की ब्रीडिंग करते हैं उनको भी ब्रीडिंग करने पर रोक रहेगी। अगर कोई बैन ब्रीड्स की ब्रीडिंग करना चाहता है तो उसे राज्य पशु कल्याण बोर्ड से एनओसी लेनी होगी। इसके साथ ही नगर निगम से भी एनओसी लेनी होगी।

डॉग्स रखने के हैं मानक
आप अगर अपने घर में बैन ब्रीड्सस के अलावा डॉग्स पालते हैं तो उसके भी मानक हैं। अगर आपको घर 100 स्क्वॉयर फिट है तो आप अपने घर में एक ही डॉग्स को रख सकते हैं। एरिया और क्षेत्रफल के अनुसार ही डॉग्स रख सकते हैं। इसके अलावा अगर दो डॉग्स से अधिक रखते हैं तो इसके लिए भी नगर निगम को बताना होगा। डॉग्स रखने के साथ ही आपको नगर निगम में डॉग्स का रजिस्ट्रेशन कराना होगा वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी देना होगा।

ऑनलाइन भी रजिस्ट्रेशन
अफसरों का कहना है कि नगर निगम में अभी तक टोटल अभी तक 125 डॉग्स रजिस्टर्ड हैं। नगर निगम डॉग्स और बिल्ली पालने वालों को लगातार रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अवेयर करता है। लेकिन नगर निगम में अभी तक लेब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, पग और मिक्स ब्रीड्स भी रजिस्टर्ड हैं। रजिस्ट्रेशन नगर निगम के पोर्टल 311 पर जाकर घर बैठे कोई भी रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इसके अलावा ऑफलाइन नगर निगम में भी आकर रजिस्ट्रेशन करा सकता है। डॉग्स का रजिस्ट्रेशन कराने के एक साल बाद रजिस्ट्रेशन रिन्यूवल कराना होता है।

छुट्टा डॉग्स का बधियाकरण
शहर में स्ट्रीट डाग्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर निगम ने अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक कुल 25 सौ डॉग्स को पकडक़र उनका बधियाकरण किया। अफसरों का कहना है कि उनके पास सीबीगंज में 10 डॉग्स को एक साथ रखने की व्यवस्था है, लेकिन इस सेंटर की कैपेसिटी को बढ़ाकर 50 कर दिया गया है। अब सेंटर पर अधिक डॉग्स को पकडक़र बधिकरण किया जा सकेगा और उसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है। डॉग्स को पकडऩे के लिए एनजीओ सोसायटी फॉर हॅयूमन एंड एनीमल वेलफेयर को काम दिया गया है। संस्था को 1040 रुपए प्रति डॉग्स को पकडऩे और बधियाकरण कर छोडऩे पर मिलते हैं।

इन ब्रीड्स पर बैन
रोटविलर, टोसा इनू, फिला ब्राजीलेरियो, सेंट्रल एशियन शेफर्ड डॉग, अमेरिकन स्टैफोर्डशायर टैरियर, डोगो अजेंटीनो, अमेरिकन बुलडॉग, काकेशियन शेफर्ड डॉग, अक्वाश, टेरियर्स, कैंगल, बोजबोएल, रोडेशियन, रिजबैक, तोरनजैक सरप्लैनिनाक, साउथ रशियन शेफर्ड डॉग, वोल्फ डॉग, मॉस्को गार्ड, केन कोर्सा, जैपनीज टोसा और अकीता, मिस्टिफ, कैनैरियो, बैन डॉग और पिटबुल टेरियर ब्रीड्स पर बैन किया गया है।

जो ब्रीड्स बैन की गई हैं उनको रोक लगाने के लिए नगर निगम लोगों को अवेयर करेगा। बैन किए गए ब्रीड्स की ब्रीडिंग पर रोक रहेगी। जो लोग घरों में बैन ब्रीड्स को रखे हुए हैं, उनको भी डॉग्स का बधियाकरण कर सर्टिफिकेट नगर निगम में जमा करना होगा।
-डॉ। आदित्य तिवारी, वैटरनरी ऑफिसर