बरेली (ब्यूरो)। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अब आखिरी वार की तैयारी है। इस वार के लिए ही वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ाने की कवायद हो रही है। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट में भी वैक्सीनेशन की नाइट सर्विस को स्टार्ट किया जा रहा है। वैक्सीनेशन की कमान संभाल रहा डिस्ट्रिक्ट हेल्थ डिपार्टमेंट शासन के दिशा-निर्देश के अनुसार इसकी कार्ययोजना बना रहा है। अभी यह सुविधा डिस्ट्रिक्ट में अर्बन के एक सेंटर पर शुरू होगी। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल के वैक्सीनेशन सेंटर को फाइनल किया गया है। यहां बेनिफिशरीज को सुबह आठ बजे से रात दस बजे तक वैक्सीनेशन की सुविधा मिल सकेगी। इस कवायद से वह लोग भी वैक्सीनेट हो सकेंगे जो अभी तक समय की कमी के चलते वैक्सीनेशन नहीं करा पा रहे थे। शासन के इस अफर्ट से वैक्सीनेशन के ओवरऑल टारगेट को जल्दी से जल्दी अचीव करने में मदद मिलेगी।

फस्र्ट नवंबर से शुरू होगी नाइट सर्विस
शासन ने वैक्सीनेशन की नाइट सर्विस के लिए अभी अर्बन में एक या इससे अधिक सेंटर तय करने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह सुविधा हर हाल में फस्र्ट नवंबर से शुरू करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में डीआईओ डॉ। आरएन सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर अभी जिले में एक सेंटर पर नाइट सर्विस शुरू की जाएगी। यह सेंटर डिस्ट्रिक्ट मेल हॉस्पिटल का वैक्सीनेशन सेंटर होगा। यहां फस्र्ट नवंबर से सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक वैक्सीनेशन होगा। इसके लिए वैक्सीनेशन टीम यहां डबल शिफ्ट में ड्यूटी करेगी।

500 डोजेज से अधिक की रहेगी व्यवस्था
नाइट सर्विस वाले सेंटर पर सामान्य से अधिक वैक्सीनेशन होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए इस सेंटर पर पहले से अधिक वैक्सीन वायल की व्यवस्था की जाएगी। डीआईओ ने बताया कि स्टार्टिंग में इस सेंटर पर वैक्सीन की 500 से 600 डोजेज की व्यवस्था की जाएगी। अगर इससे अधिक वैक्सीन की जरूरत हुई तो सेंटर को कोल्ड चेन तुरंत वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाएगी।

नाइट सर्विस में रहेगी चुनौती
वैक्सीनेशन की नाइट सर्विस से भले ही अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए शुरू की जा रही है, पर यह सर्विस सेंटर पर मौजूद टीम के लिए चुनौती भी बनेगा। यह चुनौती रहेगी वैक्सीन की वेस्टेज को लेकर। वैक्सीन की वेस्टेज को कम से कम करने के लिए सेंटर पर वायल को तभी ओपन करने के निर्देश हैं, जब कि निर्धारित समय में इसकी खपत हो जाए। अगर रात में 9 से 10 बजे के बीच मात्र चार लोग ही वैक्सीनेशन को पहुंचे तो, इन्हें वैक्सीनेट करने के लिए यहां मौजूृद स्टाफ को या तो नई वायल खोलनी होगी, या इन्हें लौटाना होगा। अगर इनके लिए नई वायल खुलती है तो उसकी शेष डोजेज वेस्ट हो जाएंगी। अगर स्टाफ इन्हें वापस लौटता है तो उन्हें इनकी नाराजगी का सामना करना पड़ेगा।

रिस्पांस मिला तो बढ़ेंगे नाइट सर्विस के सेंटर
डीआईओ डॉ। आरएन सिंह ने बताया कि अगर वैक्सीनेशन की नाइट सर्विस से रिस्पांस संतोषजनक मिला तो, डिस्ट्रिक्ट में इसके सेंटर बढ़ाए जाएंगे। बाद में यह सुविधा किसी सीएचसी या किसी निजी मेडिकल कॉलेज में भी शुरू की जा सकती है।

वैक्सीनेशन का फैक्ट फाइल
20,16,880 : को लगी फस्र्ट डोज
7,46,197 : को लगी सेकेंड डोज

ट्यूजडे का वैक्सीनेशन
9248 : को लगी फस्र्ट डोज
11225 : को लगी सेकेंड डोज
60.21 : परसेंट हुआ टारगेट अचीव