बरेली (ब्यूरो)। जेल में बंद अपनों से मुलाकात करना अब आसान हो गया है। घर बैठे बंदियों के परिजन गूगल पर ई मुलाकात साइट पर जाकर ऑनलाइन लॉग इन कर मुलाकात पर्ची बनवाकर मुलाकात कर सकते है। इसके बाद ऑनलाइन मिली तारीख जानकर जेल में बंद बंदी से सीधे मुलाकात कर सकते है। ई। मुलाकात के जरिए बंदियों से मुलाकात करने वाले लोगों को जेल में घंटों-घटों की लाइन लगाकर पर्ची बनवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसे लोगों की जेल पहुंचने पर सीधी बंदियों से मुलाकात कराई कराई जाएगी।
ऐसे करें आवेदन
केन्द्रीय कारागार टू के वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन के लिए गूगल पर ई मुलाकात साइट पर लॉग इन करना होगा। इसके बाद दिए गए लिंक पर जाकर क्लिक करें। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें। इसके बाद बंदी का ब्योरा भरे और सबमिट कर दे। इसके बाद मोबाइल नंबर और दी गई ई मेल पर ओटीपी आएगा। ओटीपी फिल करने के बाद ओके करें। इसके बाद बुकिंग नंबर मोबाइल या ई मेल पर आएगा। इसके बाद मुलाकात की तारीख दिखेगी। मुलाकाती को मुलाकात पर्ची के साथ ही ऑरिजनल आधार और उसकी फोटो कापी लेकर जाना अनिवार्य है। इसके जरिए ही जेम में आसानी से मुलाकात हो सकेगी।
40 से 45 किलो मीटर की दूरी
बरेली शहर चारों दिशाओं में करीब सौ किलो मीटर की दूरी में फैला हुआ है। इस दौरान मीरगंज, बहेड़ी, आंवला, फतेहगंज पूर्वी और नवाबगंज, रामनगर से केन्द्रीय कारागार टू 40 से 45 किलो मीटर की दूरी पर पड़ती है। यहां से आने वालें लोगों को भी मुलाकात करने में काफी दिक्कते आ रहीं थी। कई बार बाहर से आने वाले लोगों को देरी से पहुंचने की वजह से मुलाकात भी नहीं हो पानी थी। देरी से पहुंचने की वजह से उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ता था।
5 घंटे पहले लगाते थे लाइन
बता दें कि जिला जेल में बंद बंदियों से मुलाकात करने के लिए उनके परिजन सुबह करीब छह से सात बजे तक जेल पहुंच जाते थे। जेल में लाइन लगाकर वह कई घंटों में पर्ची काउंटर से मुलाकात पर्ची बनवा पाते थे। इसके बाद मुलाकात पर्ची को स्वीकृत कराने के लिए फिर लाइन में लगते थे। इसके बाद कहीं जाकर वह उनकी अपने बंदियों से मुलाकात हो पानी थी। लेकिन शासन ने अब इस झंझट से बंदियों के मुलाकातिायों को राहत देेने का काम दिया है। लेकिन अब लोगों को कई कई घंटे पहले जेल पहुंच कर लाइन लगाने की जरूरत नहीं है।
पूरी रात होती थी खराब
जेल में बंदियों से मुलाकात करने के लिए शहर और आसपास के लोगों को तो सुबह छह से सात बजे तक जेल पहुंचा ही होता था। इसके अलावा दूसरे जिले के लोगों को और भी ज्यादा दिक्कत होती थी, क्योंकि दूसरे जिले से आने वाले लोगों को रात में ही अपना घर छोडक़र बरेली के लिए रवाना होना हो पड़ता था। वह समय से पहुंचकर अपनी पर्ची बनवाकर बंदी से मुलाकात कर सकें। लेकिन अब ई मुलाकात के माध्यम से आसपास के जिलों से आने वाले बंदियों के परिजनों को पूरी रात जगने की जरूरत नहीं होगी। ऑनलाइन मुलाकात पर्ची बनवाकर आसानी से मुलाकात कर सकते है।
केन्द्रीय कारागार टू में ढाई हजार से ज्यादा बंदी बंद है। जिनसे मुलाकात करने के लिए काफी संख्या में परिजन आते है। कारागार शहर से दूर होने की वजह से लोगों को यहां तक आने में काफी दिक्कते होती थी। लेकिन ई मुलाकात की वजह से लोगों को काफी हद तक राहत मिलेगी। शासन का आदेश मिलने के बाद ई मुलाकात जेल में शुरू कर दी गई है।
- विपिन कुमार मिश्रा, वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार 2