-बड़े स्टेशनों पर दूध व छोटे स्टेशनों पर मिलेगा खाना
-70 छोटे स्टेशनों पर खोले जाएंगे खान-पान स्टाल
फैक्ट एंड फिगर
152-स्टेशनों की संख्या है मंडल में
70-स्टेशनों पर मिलेगा खाना
बरेली : कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे खत्म होने के साथ ही रेलवे में यात्री सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। अब बड़े स्टेशनों पर यात्रियों के लिए दूध और छोटे स्टेशन पर पैकेट बंद खाना मिलेगा। मुरादाबाद रेल मंडल के चार स्टेशनों पर मिल्क बार और 70 स्टेशनों पर खाना उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें बरेली में भी एक मिल्कबार ओपन किया जाएगा, ताकि पैसेंजर्स को सुविधा मिल सके। मंडल में कुल 152 स्टेशन हैं।
कोरोना के चलते बंद थी व्यवस्था
कोरोना की पहली लहर में ट्रेनों व स्टेशनों पर खाने पीने की व्यवस्था पूरी तरह से बंद कर दी थी। दूसरी लहर शांत होने के बाद ट्रेनों में डिब्बा बंद (पैकेट में बंद, ब्रांडेड पका हुआ खाना) और बड़े स्टेशनों पर तैयार खाने (कैंटीन एवं स्टाल पर बिकने वाले छोले चावल, पूड़ी सब्जी, दाल सब्जी इत्यादि) की बिक्री करने की अनुमति दे दी गई। छोटे स्टेशन यानी सी, डी व ई श्रेणी के स्टेशनों पर खाने की कोई व्यवस्था नहीं थी। कोरोना के पहले इन स्टेशनों पर चाय व समोसे की बिक्री होती थी। वर्तमान में रेलवे ने अधिकांश एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों को चलाना शुरू कर दिया है। कुछ पैसेंजर ट्रेनों का संचालन भी शुरू है और मासिक सीजन टिकट लेकर भी यात्रा शुरू हो गई है।
पैसेंजर ट्रेनों का संचालन भी शुरू
उत्तर रेलवे मुख्यालय के निर्देश के बाद मंडल रेल प्रशासन ने मुरादाबाद में दो, बरेली, हरिद्वार व देहरादून में एक-एक मिल्क बार खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। यहां अमूल्य का मिल्क बार खोला जाना है। इसके अलावा मंडल के 70 छोटे स्टेशनों पर खाना उपलब्ध कराया जाएगा, वहां पूड़ी सब्जी, चावल आदि मिल सकेगा। इसके अलावा मंडल रेल प्रशासन पे एंड यूज के तहत बंद पड़े सभी पाìकग व शौचालय भी शुरू करने की तैयारी में है। यात्रियों को अब प्रत्येक सुविधा के लिए रुपये खर्च करना पड़ेगा। मंडल वाणिज्य प्रबंधक गौरव दीक्षित ने बताया कि मंडल की आय बढ़ाने और यात्री सुविधा पर जोर दिया जा रहा है। चार स्टेशनों पर मिल्क बार एवं 70 स्टेशनों पर खाना बिक्री की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। छोटे स्टेशनों पर रुकने वाली पैसेंजर ट्रेनों के यात्रियों को खाना उपलब्ध होगा।
ऐसे समझें स्टेशन की ग्रेड
यात्रियों की संख्या और माल ढुलाई के आधार पर स्टेशनों का श्रेणी का निर्धारण किया जाता है। ए प्लस व ए श्रेणी के स्टेशन पर सभी ट्रेनें रुकती हैं। बी श्रेणी व सी श्रेणी के स्टेशनों पर सभी पैसेंजर ट्रेनें के अलावा कुछ एक्सप्रेस ट्रेनें भी रुकती है। डी व ई श्रेणी के स्टेशन पर केवल पैसेंजर ट्रेनें रुकती हैं।