बरेली (ब्यूरो)। अगर आपका फोन कहीं खो गया तो सिर्फ दूसरी सिम निकलवाने से भी काम नहीं चलेगा। आपको यह तय करना होगा कि जो फोन गिरा है उसमें पड़ा हुआ सिम पूरी तरह से बंद हो गया है। अन्यथा की स्थिति में आप भी साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।
कोतवाली क्षेत्र का ममाला
ऐसा ही एक मामला कोतवाली क्षेत्र में भी सामने आया है। जबकि दूसरा मामला बारादरी एरिया का है। बमनपुरी निवासी सुनील का फोन कहीं गिर गया। इसके बाद 15 दिनों के भीतर उनके खाते से 7.25 लाख रुपये निकाल लिए गए। हालांकि, उन्होंने सतर्कता दिखाई और तत्काल ही आनलाइन शिकायत दर्ज करा दी। जिससे उनका कुछ रुपया होल्ड हो गया है। जबकि बारादरी एरिया के युवक का फोन रास्ते में गुम हो गया। उसने सिम बंद कराने के लिए अप्लीकेशन दिया लेकिन तब तक ठगों ने पांच लाख रुपए उसकी सिम से कॉल कर दूसरे से ठग लिए। अब पुलिस उसके पास जांच के लिए पहुंची। हालांकि एफआईआर दर्ज होने के कारण उसे राहत तो मिली लेकिन इसके बाद भी उसे थाना पुलिस के चक्कर लगाने पड़े।
कोतवाली में केस
कोतवाली के बनमपुरी निवासी सुनील ने बताया कि वह एक सिक्योरिटी एजेंसी में काम करते हैं। अप्रैल के आखिरी सप्ताह में उनका फोन अचानक कहीं गिर गया। काफी ढूंढा मगर कहीं मिला नहीं। इसके बाद उन्होंने फोन में पड़ी उसी नंबर की दूसरी सिम को निकलवा लिया। इसके बाद वह निङ्क्षश्चत हो गए। मगर चार मई को अचानक से उनके फोन से करीब 20 हजार रुपये कट गए। कुछ देर बाद फिर से उनके बैंक खाते से 44 हजार और तीसरे ट्रांजेक्शन में उनके खाते से फिर 20 हजार रुपये कटे। उस दिन वह उन संदेश पर ध्यान नहीं दे सके। मगर देखते ही देखते 15 दिनों के भीतर दो बैंक खातों से 7.25 लाख रुपये कट गए। जब तक उन्हें इस बारे में जानकारी हुई तब तक खाता लगभग खाली हो चुका था। इसके बाद उन्होंने तत्काल इसकी आनलाइन शिकायत दर्ज कराई। तब कुछ रुपया उनका होल्ड हो सका है। बाद में पता चला कि यह रुपये उनकी उसी सिम से निकाले गए हैं जो सिम उनकी गिर गई थी। अब कोर्ट के आदेश पर उनका रुपया रिलीज होना है। इसलिए उन्होंने कोतवाली थाने में प्राथमिकी पंजीकृत कराई है।
रविन्द्र करते हैं प्राइवेट जॉब
शहर के बारादरी एरिया के रहने वाली रविन्द्र ने बताया कि वह दोस्तों के साथ बाहर घूमने गए थे। रास्ते में बापस आते समय उनका फोन कहीं गुम हो गया। बरेली पहुंचते ही उन्होंने मोबाइल की सिम निकलवाने के लिए थाने में प्रार्थनापत्र दिया और सिम निकलवा ली। लेकिन चोरी गए मोबाइल में सिम बंद होने और न्यू सिम शुरू होने में एक दिन लग गया। तब तक साइबर ठगों ने उनके फोन से किसी से करीब पांच लाख की ठगी कर ली। इसकी जानकारी उन्हें नहीं हुई। उनके पास जब कॉल आई तब उन्हें जानकारी हुई तो उन्होंने जो एफआईआर कराई थी उसकी कॉपी तलाश कर पुलिस को दिखाई। इसके बाद कहीं जाकर उन्हें राहत मिली। हालांकि उन्हें जरूरत पडऩे पर थाना में हाजिर होने और अपना पक्ष रखने की बात पर राहत दी गई है।
फोन हैक कर निकाले नौ लाख रुपये
सुभाष नगर के गंगानगर निवासी जसवीर ङ्क्षसह ने साइबर थाने में प्राथमिकी लिखाई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि, 30 सितंबर को उनका फोन हैक हो गया, इसके बाद साइबर ठगों ने उनके पंजाब नेशनल बैंक के खाते से एक बार 4.81 लाख और दूसरी बार में पांच लाख रुपये निकाल लिए। इसके दो संदेश भी फोन पर आए। मगर फोन हैक होने की वजह से वह भी डिलीट कर दिए गए। आरोप है कि इसके बाद उनके पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया और रुपये वापस करने के नाम पर व्हाट््सअप पर एक ङ्क्षलक भेजने की बात कही। मगर उन्होंने ङ्क्षलक ओपन नहीं किया और साइबर थाने जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई है।