बरेली (ब्यूरो)। अरे साहब, नाथ धाम कॉलोनी का अपडेट तो बता दीजिए साहब, बदायूं रोड पर अवैध कॉलोनी बन रही है, उस पर एक्शन होना चाहिए जी हां कुछ इस तरह की कंप्लेंट बीडीए की सोशल साइट पर बरेलियंस इन दिनों खूब कर रहे हैं। शहर के लोगों ने फेसबुक और ट्वीटर पर अपनी कंप्लेंट्स रजिस्टर कराने के साथ ही कॉलोनी के विषय में अपडेट लेना शुरू कर दिया है। इससे साफ है कि बरेलयंस अब अपने अधिकारों के प्रति काफी एक्टिव हो चुके हैं। हालांकि बीडीए अफसरों की तरफ से भी उन्हें सोशल मीडिया पर की गई कंप्लेंट का समाधान भी कराया जाता है।
तोड़ीं कई कॉलानीज
बीडीए अफसरों की मानें तो अवैध रूप से बनाई जा रही दर्जन भर से अधिक कॉलोनीज के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका है। इन अवैध कॉलोनीज पर बीडीए ने तोड़ा और उनके खिलाफ एक्शन लिया। बीडीए ने शहर के इज्जतनगर, मिनी बाईपास रोड, रामपुर रोड, बदायूं रोड, बीसलपुर रोड, शाहजहांपुर रोड और एयरपोर्ट रोड पर बन रही अवैध कॉलोनीज पर बीडीए का बुलडोजर गरज चुका है।
लोगों में भी आक्रोश
बीडीए ने पिछले दिनों कई ऐसी कॉलोनीज को भी तोड़ा जो पहले से बन रही थीं, लेकिन जब उनमें दो चार मकान बन गए तो बाद में बीडीए का बुलडोजर उनको तोडऩे पहुंचा। इस पर बरेलियंस का कहना था कि जब ये अवैध कॉलोनी बन रही होती हैं, उस समय बीडीए के अफसर ध्यान नहीं देते हैं। जब कॉलोनी बन जाती है तो उसे तोडऩे के लिए पहुंच जाते हैं। अफसरों की अनदेखी और लापरवाही के कारण अवैध कॉलोनीज शहर में बन कर तैयार हो जाती हैं।
बयां किया दर्द
लोगों ने बीडीए के सोशल मीडिया अकाउंट पर अपना दर्द बयां किया है। इसमें बताया है कि तब तक बीडीए दिखाई नहीं देता, जब कॉलोनी बनना शुरू नहीं हो जाती है। जब उसमें लोग अपना प्लॉट लेकर मकान बनाना शुरू कर देते हैं और बनकर तैयार हो जाता है तब बीडीए के अफसर उसे तोडऩे के लिए पहुंचते हैं। इससे साफ है कि अफसरों की कहीं न कहीं उसमें लापरवाही है जो लोगों की जान पर भारी पड़ रही है क्योंकि वे लाइफ की जोड़ी हुई पूरी कमाई जब मकान में लगा देते हैं तो उसे बीडीए तोडऩे के लिए पहुंचता है तो बुरा लगता है।
एफबी पर किए गए ये कमेंट्स
विपिन: अभी तक बीडीए उपाध्यक्ष महोदय द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
विनोद शर्मा: खुलेआम लोग अवैध कॉलोनी बना रहे हैं।
मनदीप : सुभाषनगर में जो बीडीए ने हॉस्पिटल सील किया था वह अब ओपन हो गया। जबकि बिल्डिंग अवैध थी।
राजीव शर्मा: नाथ धाम का क्या हुआ सर, कुछ अपडेट।
अनुज अग्रवाल: नए बीडीए वीसी से नाथ नगरी को बड़ी उम्मीदें हैं
ट्वीटर पर किए गए कमेट्स
रजत : बीडीए के एक्शन के कारण अब नई अवैध कॉलोनी बनाने वालों में भय तो है।
सुजान : अगर बीडीए के अफसर ध्यान देते तो शायद इतने अवैध निर्माण न होते।
हनी : बीडीए के अफसरों की अनदेखी ही है, जो अब आम लोगों को भारी पड़ रही है।
बीडीए की तरफ से अवैध कॉलोनी निर्माण करने वालों पर एक्शन लिया जाता है। कोई भी प्लॉट या फिर मकान नई कॉलोनी में खरीदते हैं तो पहले जांच लें कि कॉलोनी बीडीए अप्रूव्ड है या कि नहीं। अगर बीडीए अप्रूव्ड कॉलोनी नहीं है तो उस पर एक्शन हो सकता है।
योगेंद्र सिंह, बीडीए सचिव