बरेली (ब्यूरो)। बरेली डेलापीर सब्जी मंडी में दुकानदारों ने एक युवक को 500 के नकली नोट के साथ दबोच लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को नकदी नोट के साथ हिरासत में लेकर थाने ले आई। जहां आरोपित से पूछताछ की गई। तो खुलासा हुआ पड़ोसी देश नेपाल से 500 के नकली नोट लाकर देश के अलग-अलग जिलों में खपाए जा रहे है। जांच पड़ताल में पुलिस को पता चला कि आरोपित शातिर अपराधी है। पूर्व में भी दो बार जाली नोट एवं लूट तथा चोरी के मामलों में जेल जा चुका है।
मंडी में चला रहे थे नकली नोट
शाहजहांपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सिंजई निवासी विवेक मौर्य पुत्र राजेन्द्र मौर्य अपने साथी रवि आरोड़ा, आयुष आरोड़ा पुत्र रवि अरोड़ा के साथ शाहजहांपुर से डेलापीर मण्डी पहुंचे थे। जहां आरोपित सब्जी विक्रेता को नकली करेंसी नोट देकर 100 रूपये का सामान लिया, और 400 रूपयें उनसे असली करेंसी प्राप्त कर ली। इसी तरह कई अन्य फल के आड़तियों से ऐसा ही नकली करेंसी चलाई। इस दौरान एक दुकानदार को शक हुआ। उसने अन्य दुकानदारों से मिलकर विवेक मौर्य को मौके पर पकड़ लिया। तलाशी लेने पर आरोपित के पास से 3 नकली नोट मिले। विवेक मौर्य के पकड़े जाने पर रवि अरोड़ा व आयुष अरोड़ा कार लेकर फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरु कर दी।
जेल से छूटते ही पहुंचा नेपाल
विवेक मौर्य शातिर किस्म का अपराधी है। वह 27 सितंबर को नकली नोट के मामले में जेल से जमानत पर बाहर आया था। जेल से बाहर आने के बाद 29 सितंबर को आरोपित की मुलाकात रवि अरोड़ा और उसके पुत्र आयुष अरोड़ा से हुई। इसके बाद तीनों व्यक्ति मिलकर जाली नोट लाकर मार्केट में खपाने के लिये योजना बनाई। योजना के तहत तीनों लोग रोड़वेज बस से शाहजाहांपुर, पुवांया, पूरनपुर, वनवसा होते हुए महेन्द्र नगर पहुंच.जहां से नकली नोट लेकर वापस आए।
5 हजार के 50 हजार मिले
पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने बताया कि महेन्द्र नगर में नेपाल वार्डर पर उन्हे एक युवक मिला। जो रवि अरोड़ा को पहले से जानता था। आरोपितों ने युवक को 500 रूपये की 50 हजार नकली करेंसी। जिसके बदले में आरोपितों ने उक्त युवक को सिर्फ 5 हजार भारत की असली करेंसी दी। 50 हजार की गड्ड़ी लेने के बाद तीनों शाहजहांपुर उसी दिन वापस आ गए। इसके बाद एक लग्जरी कार में एक साथ घूम-घूम कर मंडी, शराब की दुकानों और बड़ें आड़तियों आदि के यहां नकली करेंसी देकर कुछ रुपए में चला रहे थे। जिसके बदले में लगातार उन्हे असली करेंसी मिल रही थी।
जून में गया था जेल
पूछताछ में इज्जतनगर पुलिस को पता चला कि आरोपित शातिर अपराधी है। वह पहले भी दो बार नकली नोट के मामले में जेल जा चुका था। इसके अलावा आरोपित पर लूट, चोरी और जानलेवा हमले के भी मामले दर्ज है। पुलिस ने बताया कि 24 जून को कोतवाली शाहजहांपुर से पुलिस ने विवेक मौर्य समेत तीन आरोपितों को नकली नोट के साथ गिरफ्तार किया था। इस दौरान आरोपितों के पास से पुलिस ने 67000 रूपयें जाली नोट बरामद कर उसे उन्हे जेल भेजा था।
फोन से मिले क्लू
इज्जतनगर इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने बताया कि आरोपित के पास से मल्टी मीडिया मोबाइल मिला है। इस दौरान पुलिस को आरोपित के फोन से नकली करेंसी से जुड़ी काफी जानकारी मिली है। पुलिस मोबाइल में मिले डाटा एक्सेस किया गया है।
व्यापारी पिता-पुत्र की तलाश
इज्जतनगर इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने बताया कि नकली करेंसी चलाने वालों में शामिल शाहजहांपुर कोतवाली के मोहल्ला वक्सरिया के रवि अरोड़ा और उसका बेटा आयुष अरोड़ा की कोतवाली क्षेत्र में ही काफी बड़ी टायर की दुकान है। पिता पुत्र टायर व्यापारी है। जो विवेक मौर्य के साथ मिलकर नेपाल से नकली करेंसी लाकर चला रहे थे। घटना के बाद से ही पिता पुत्र फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है।
नकली नोट के साथ एक युवक गिरफ्तार हुआ है। आरोपित से 500 के तीन नकली नोट बरामद हुए है। आरोपित पहले दो बार नकली नोट के मामले में जेल जा चुका। फरार आरोपितों को तलाश किया जा रहा है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है.
देवेन्द्र कुमार, एएसपी