बरेली (ब्यूरो)। शहर में अतिक्रमण अब संक्रमण बन चुका है। जी हां ये कहना है उन बरेलियंस को जो जाम की समस्या और अतिक्रमण से परेशान होते हैं। लोगों की माने तो नगर निगम इस संक्रमण को खत्म करने का कोई ठोस प्लान नहीं बना पाता है जिस कारण अतिक्रमण एक तरफ तो टीम हटवाती है तो दूसरी ओर कुछ देर बाद फिर से अतिक्रमण सज जाता है। इससे जहां नगर निगम का एक तरफ रुपया और टाइम दोनों बर्बाद होते हैं तो वहीं इससे आम लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पता है। लोगों का कहना है कि इस तरह तो अफसर हर बार माह में अतिक्रमण हटाने के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कर देते हैं जिसका कोई मतलब नहीं हल होता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने अतिक्रमण एक चैलेंज कैंपेन के तहत शहर के कुतुबखाना एरिया में हाल जाना तो मामला कुछ अलग ही दिखा। पढि़ए पूरी रिपोर्ट

शेडयूल करते हैं फॉलो
शहर में अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम ने अतिक्रमण प्रभारी के अंडर में टीम बनाई है। अतिक्रमण करने वाले भी इतने शातिर हो गए हैं कि वह अब जिस एरिया में अतिक्रमण हटाया जाना है उस दिन उस एरिया में अतिक्रमण नहीं करते हैं। जब टीम मौके पर पहुंचती है तो वहां पर नाममात्र का ही अतिक्रमण मिलता है। इसके बाद जब टीम पहुंचती है तो वह भी खानापूर्ति करके वापस लौट आती है। इससे टीम को भी अपना काम नहीं करना पड़ता और अतिक्रमण करने वालों का भी एक्शन नहीं हो पाता है। अब इसे नगर निगम की अतिक्रमण करने वालों को राहत देने वाला प्लान कहा जाए तो गलत नहीं होगा।

आदेश सिर्फ कागजों तक
सीएम का आदेश नगर निगम के अफसरों के पास भी पहुंचा है। इसको लेकर बकायदा टीम बनाकर शेडयूल जारी किया गया है। लेकिन अब अतिक्रमण जिस एरिया में नगर निगम शेड्यूल जारी किया है उस एरिया में उस दिन अतिक्रमण तो नहीं होता है लेकिन अगले दिन ही वहां पर उसी तरह अतिक्रमण हो जाता है। इससे तो साफ है कि अफसर सीएम का आदेश भी फॉलो करा रहे हैं और अतिक्रमण पर भी प्रभावी एक्शन नहीं हो पा रहा है।


अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम ने अभियान शुरू कर दिया है। 20 दिनों तक नगर निगम अलग-अलग एरिया में अभियान चलाकर अतिक्रमण का हटाएगा। इसके बाद अतिक्रमण करने वालों पर पुलिस एक्शन लेगी। शहर में कहां पर कब अतिक्रमण हटाया जाना है इसका शेडयूल भी टीम को दे दिया गया है।
ललितेश सक्सेना, अतिक्रमण प्रभारी