4 बच्चों में मेनिनजाइटिस बीमारी कंफर्म, एक बच्चे में संदिग्ध लक्षण मिले
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड व इमरजेंसी वार्ड में दो की हालत गंभीर
BAREILLY:
जिस बात की आशंका थी, वह सच साबित हुई। मानसून सीजन के पहले दौर में ही बरेली मंडल में दिमागी बुखार ने बच्चों पर अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बरेली में दिमागी बुखार मेनिनजाइटिस ने 5 बच्चों को अपना निशाना बना लिया है। इनमें से पीडि़त 4 बच्चों में मेनिनजाइटिस कंफर्म हो गई है। जबकि एक बच्चे में संदिग्ध लक्षण मिले हैं। इन बच्चों को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड और इमरजेंसी वार्ड में इलाज दिया जा रहा है। इनमें से दो बच्चों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। वहीं संडे शाम बच्चा वार्ड में एडमिट एक बच्चे को परिजन तबीयत बिगड़ने पर निजी हॉस्पिटल ले गए। आई नेक्स्ट ने दो महीने पहले मई में ही बरेली में मेनिनजाइटिस की मौजूदगी की खबर पब्लिश कर स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों और जनता को अलर्ट कर दिया था।
गंभीर हालत में दो की जान
सुभाषनगर के मढ़ीनाथ निवासी राहुल सक्सेना की भतीजी महक उम्र 8 साल को मेनिनजाइटिस है। निजी हॉस्पिटल में जांच कंफर्म होने के बाद बेहद गंभीर हालत में परिजन उसे लेकर संडे दोपहर करीब 1.30 बजे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। डॉ। एससी गुप्ता ने दिमागी बुखार होना बताया। शाम होने तक बच्ची की तबीयत बेहद बिगड़ गई। घबराए परिजन उसे डिस्चार्ज कराकर निजी हॉस्पिटल एडमिट कराने ले गए। वहीं बदायूं निवासी सुनीता उम्र 14 साल भी मेनिनजाइटिस की चपेट में है, वह पिछले 14 दिन से इमरजेंसी वार्ड में बेहद गंभीर हालत में एडमिट है।
तीन की हालत नाजुक
बदायूं में दातागंज के सराय पस्तौर निवासी राजेन्द्र के 5 साल के बेटे प्रमोद को दिमागी बुखार ने 12 जुलाई को अपनी चपेट में ले लिया। 14 जुलाई को तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने बच्चे को बच्चा वार्ड में एडमिट कराया। बच्चे की हालत देख स्टाफ ने भी उम्मीद छोड़ दी। लेकिन 15 दिन इलाज के बाद बच्चे की हालत में कुछ सुधार हुआ है। वहीं बच्चा वार्ड में ही रामगंगा नगर निवासी मकसूद की 2 साल की बेटी आफरीन गंभीर हालत में एडमिट है। वहीं नवाबगंज के अहमदाबाद निवासी राजेश की 14 साल की बेटी राज नंदिनी बुखार की चपेट में है।
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