बरेली (ब्यूरो)। मिलावट खोरी को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने ऑनलाइन एक सर्वे कराया। इसमें लोगों ने बीमारी बढऩे का मेन कारण मिलावटखोरी बताया और इसके साथ में ही मिलावटखोरी को रोकने में फूड सेफ्टी विभाग को नाकाम बताया। इसके साथ ही जिला प्रशासन को भी जिम्मेदार माना है। जबकि फल और सब्जियों में मिलावटखोरी की जानकारी के सवाल पर 40-40 प्रतिशत आम राय है, वहीं 20 प्रतिशत लोगों ने पता नहीं में जवाब दिया है।
फेस्टिवल सीजन में सैंपलिंग
सहायक आयुक्त खंड द्वितीय अपूर्व श्रीवास्तव ने बताया कि विभाग की कार्रवाई की रिपोर्ट प्रति दिन मुख्यालय जाती है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही फेस्टिवल के सीजन में यह प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की कार्रवाई और भी ज्यादा तेज कर दिया जाता है। फेस्टिवल के सीजन में सभी तहसील और शहर के 10 के 10 जोन में छोटे से छोटे प्रतिष्ठानों से नमूने भरे जाते है। उन्होंने बताया कि फेस्टिवल के सीजन में सबसे ज्यादा दूध, मिठाई, खोया और मसालों के सैंपल भरे जाते है।
परमानेंट बंद होगा प्रतिष्ठान
बता दें कि फूड सेफ्टी विभाग की कार्रवाई में भरे जाने वाले नमूने लगातार फेल होने पर ऐसे प्रतिष्ठानों को चिन्हित किया जाता है। इसकी रिपोर्ट फूड सेफ्टी विभाग की ओर से मुख्यालय के लिए शासन को भेजी जाती है। इसके बाद लगातार मिलावट करने वाले प्रतिष्ठानों पर परमानेंट सील करने की भी कार्रवाई की की जाती है। फिलहाल जिले में इस तरह की कार्रवाई नहीं हुई है। लेकिन फूड सेफ्टी विभाग की कार्रवाई से मिलावट खोरी करने वाले प्रतिष्ठान सबब नहीं लेते है। कई-कई लाख का जुर्माना लगने की जानकारी होने के बाद कई प्रतिष्ठान स्वामी इस हरकत से बाज नहीं आते है।
होटलों पर भी कार्रवाई
सहायक आयुक्त खंड द्वितीय अपूर्व श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी टीम मिठाई की दुकान, परचून की दुकान के साथ ही होटलों में भी छापामार कार्रवाई करते है। उन्होंने बताया कि शहर भर के कई बड़े और छोटे होटल के साथ ही रेस्टोरेंट में भी खाने के सैंपल लेकर कार्रवाई की जा चुकी है।
प्रश्न और लोगों ने जबाव
1. मार्केट में धड़ल्ले से बिक रहे मिलावटी फूड आईटम के लिए कौन है जिम्मेदार।
। सरकार 40 प्रतिशत
। फूड कंपनिया 00 प्रतिशत
। जिला प्रशासन 60 प्रतिशत
2. बमारियां बढ़ाने का मेन कारण क्या मिलावट खोरी हैै।
। हां 75 प्रतिशत
। नहीं 00 प्रतिशत
पता नहीं 25 प्रतिशत
3. लोकल स्तर पर मिलावट खोरी रोकने के लिए फूड सेफ्टी विभाग जिम्मेदारी ठीक से निभा रहा है।
। हां 00 प्रतिशत
। नहीं 75 प्रतिशत
। पता नहीं 25 प्रतिशत
4. फलों और सब्जियों में हो रहे हानिकारक केमिकल के इस्तेमाल के बारे में क्या आप जानते हैं।
। हां 40 प्रतिशत
। नहीं 40 प्रतिशत
पता नहीं 20 प्रतिशत
5. मिलावट खोरी रोकने के लिए क्या कानून प्रभावी है।
। हां 20 प्रतिशत
। नहीं 60 प्रतिशत
। पता नहीं 20 प्रतिशत
वर्जन------
मिलावटखोरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई की निगरानी शासन स्तर से होती है। जिसकी रिपोर्ट लगातार प्रशासन को भेजी जा रही है। अगर कोई लापरवाही बरती जाएगी। तो कार्रवाई होगी।
अपूर्व श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त खंड द्वितीय