बरेली (ब्यूरो)।बरेली (ब्यूरो)।खासतौर पर जिन एरिया में पिछली बार डेंगू के केसेस अधिक मिले थे उनकी स्पेशल तौर पर निगरानी हो रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने सैटरडे को डेंगू के जो मेन फाइटर्स हैं उनके ऑफिसेस का रियलिटी चेक किया तो हकीकत काफी खराब दिखी। यहां तक कि डेंगू के फाइटर्स के ऑफिसेस और उनके आसपास के एरिया में भी अवेयरनेस नहीं दिखी। पढि़ए पूरी रिपोर्ट।

हेल्थ डिपार्टमेंट
डेंगू और संक्रमित रोगों से निपटने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट में इसके लिए अलग से जिला मलेरिया अधिकारी के अंडर में डिपार्टमेंट काम करता है। जो सिर्फ मलेरिया डेंगू सहित अन्य संक्रमित रोगों से निदान और अवेयनेस के लिए काम करता है। सेटरडे को जब टीम डीएमओ ऑफिस और जिला अस्पताल कैंपस में पहुंची तो वहां पर कई ऐसे एरिया थे जहां पर गंदगी थी। डीएमओ ऑफिस के मेन गेट की बात करें तो वहां पर दो दिन खराब वाहन खड़े थे। जिनमें बारिश का पानी भी भरता है। यहां पर साफ सफाई भी नहीं दिखी। ऑफिस के बाहर रोड पर पानी भी भरा था। इसके साथ ही महिला अस्पताल और पुरुष अस्पताल के बाहर भी जगह-जगह जलभराव दिखा। हॉस्पिटल को देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे बारिश होने के बाद अभी रूकी हो। लेकिन बारिश पूरे दिन हुई ही नहीं फिर भी जगह-जगह पानी भरा हुआ था।

नगर निगम
नगर निगम के पुराना ऑफिस और नया ऑफिस तो साफ दिखा लेकिन छत के ऊपर और आसपास के एरिया में कुछ पुराने आईटम ऐसे दिखे जिनमें बारिश का पानी भर सकता था। पुराना ऐसा कुछ कबाड़ भी दिखा जहां पर बारिश का पानी भरना लाजिमी था। यहां तक कि गर्मी में पक्षियों के पानी पीने के लिए रखे गए सकोरे और प्लास्टिक के बर्तन आदि में भी बारिश का पानी भरा हुआ था। जिनको बदला भी नहीं जाता है। इनमें भी डेंगू का लार्वा पनपने का डर है। इसी तरह नगर निगम के सामने प्रकाश विभाग आदि में भी काफी कबाड़ जैसे आईटम थे। जहां पर बारिश का पानी भरने और लार्वा पनपने के पूरे चांसेस थे। लेकिन इसके बाद भी अफसरों को इनकी तरफ ध्यान नहीं जा पा रहा था।


सफाई अपने घर और अपने आसपास रखना अहम है। बारिश का पानी या फिर गमलों आदि में पानी न पनपे इसके लिए ऑफिस के लोगों के साथ बरेलियंस को भी अवेयर किया जाता है। अगर कहीं लार्वा पनपता है तो उसके लिए टीमें नष्ट करती है और चेतावनी भी देती हैं।
डॉ। सतेन्द्र सिंह, डीएमओ

-नगर निगम डेंगू मलेरिया आदि के लिए अभियान में फागिंग और सफाई आदि का काम कराता है। इसके लिए टीमें काम कर रही हैं। अगर कहीं पर ऑफिस में पानी भरा है तो उसको दिखवाया जाएगा।
डॉ। भानू प्रताप, नगर स्वास्थ्य अधिकारी