बरेली (ब्यूरो)। श्रीराधा माधव संकीर्तन मंडल की ओर से त्रिवटीनाथ मंदिर में चल ही रामलीला भरत मिलाप, श्रीराम राजतिलक, होली लीला का मंचन किया। वृंदावन से आए स्वामी देवकीनंदन की मंडली ने प्रस्तुति दी। मंचन के दौरान रावण की मृत्यु के बाद श्रीराम ने विभीषण को लंका का राज्य दिया। माता सीता की अग्नि परीक्षा हुई। अग्नि देव ने कहा प्रभु पंचवटी में जो सीता आपने मुझे दी थी यह वही है और पवित्र हैं, फिर श्रीराम, लक्ष्मण, सीता, विभीषण, सुग्रीव सभी अयोध्या को चल दिए। रास्ते में निषाद राज, केवट को भी साथ ले लिया। अयोध्या में भी श्रीराम के पहुंचने का संदेश पहुंचा तो अयोध्या में खुशियां छा गई। उनके पहुंचते ही अयोध्या वासियों में खुशियां मनाने लगे। घी के दीप जलाए गए। जय श्रीराम के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। भगवान राम को राजगद्दी पर बैठाया कर उनका राज्य तिलक किया गया। मंचन के अंतिम दिन फूलों की होली खेली गई। भजनों पर भक्त जमकर झूमे। इस दौरान राकेश कुमार अग्रवाल, आरएस गोयल, संतोष अग्रवाल, जुगल किशोर साबू, मोहन गुप्ता, आशीष मालू, प्रेम शंकर अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
भगवान गिरीराज को लगाया छप्पन भोग
बरेली: श्री हरि मंदिर माडल टाउन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा का पांचवें दिन कथा वाचक मधुर कृष्ण महाराज ने कहा कि मनुष्य को पुकारने में देर होती है पर भगवान को आने में देर नहीं होती। मनुष्य की तो बात ही क्या, भगवान तो पशु के लिए भी अपना वैकुंठ को छोड़ कर रक्षा के लिए भागे आते हैं। भागवत में गजेंद्र मोक्ष इसी बात का प्रमाण है, प्रभु ने सिर काट कर गजराज की रक्षा की। रविवार को गिरिराज भगवान को छप्पन भोग लगाया गया, सभी भक्तो ने प्रेम से गिरिराज धरण में तेरी शरण व गिरिराज भगवान की आरती उतारी। कथा में सतीश खट्टर, रवि छाबड़ा, सुशील कुमार, संजय आनंद, गोङ्क्षवद तनेजा, रंजन कुमार आदि मौजूद रहे।
श्रीमद्भागवत कथा का पूर्णाहुति के साथ विश्राम
बरेली: रोहली टोला में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम के बाद की रविवार को पूर्णाहुति की गई। भक्तों ने यज्ञ में आहुति डालकर विश्व मंगल की कामना की। यज्ञ के बाद महिलाओं ने फूलों की होली खेली व भजनों पर झूमी। ठाकुर जी को भोग लगाने के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, जय नारायण गुप्ता, रामेंद्र प्रसाद गुप्ता, राजेश गुप्ता, संजय वर्मा, उमेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
श्रीराम के जन्म पर अयोध्या में छाई खुशियां
बरेली: श्रीरानी महालक्ष्मीबाई रामलीला समिति चौधरी मोहल्ला में चल रही रामलीला में रविवार को दशरथ यज्ञ व श्रीराम जन्म लीला झांकी का मंचन किया गया। राजा दशरथ के कोई संतान न थी इस पर राजा दशरथ को ङ्क्षचता हुई कि मेरे बाद अयोध्या के राजपथ कौन संभालेगा, ङ्क्षचता में बाधित होकर वह गुरु वशिष्ट के पास गए और उन्होंने अपनी ङ्क्षचता के बारे में बताया। तब गुरु वशिष्ट व राजा दशरथ दोनों श्रृंगी ऋषि के पास गए। श्रृंगी ऋषि ने राजा दशरथ के द्वारा पुत्र के लिए यज्ञ का आयोजन कराया। यज्ञ की पूर्ण आहुति होने पर अग्नि देव प्रसन्न होकर राजा दशरथ को एक पात्र में खीर देकर तीनों को रानियां को खिलाने को कहा। खीर खाने के बाद रानियों ने गर्भधारण कर लिया। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को चार पुत्रों का जन्म हुआ। श्रीराम के जन्म के होने के बाद अयोध्या में खुशियां छा गई। राजा ने मिठाई बटवाई। भगवान की बाल लीलाओं का मनमोहक मंचन हुआ। इस दौरान रामगोपाल मिश्रा, हरिश्चंद्र शुक्ला, घनश्याम मिश्रा, प्रदीप बाजपेई, विजय मिश्रा, प्रभु नारायण तिवारी आदि मौजूद रहे।