- सभी अस्थाई कर्मचारियों ने अंत्येष्टि के लिए जमा किया चंदा

- जून की नहीं मिली सैलरी, इसलिए नहीं करा पाया ईलाज

BAREILLY: बरेली कॉलेज के अस्थाई कर्मचारी की तीन महीने की बेटी की डायरिया से मौत हो गई। कर्मचारियों ने बताया कि किसी भी अस्थाई कर्मचारी को जून महीने की सैलरी नहीं मिली है। आर्थिक तंगी की वजह से वह अपनी बेटी का ईलाज नहीं करा पाया। कर्मचारी का नाम मोहम्मद आलम है और उसकी तीन महीने की बेटी अल्फिशा तीन महीने से ही बिमार चल रही थी। इस घटना से आहत बीसीबी के सभी अस्थाई कर्मचारियों ने बाकी कर्मचारियों से अंत्येष्टि के लिए चंदा जमा किया। अस्थाई कर्मचारियों के संघ के प्रेसीडेंट जितेंद्र मिश्रा और सेक्रेट्री हरीश मौर्या ने बताया कि जुलाई खत्म होने वाली है लेकिन कॉलेज ने जून की सैलरी नहीं दी है। महज ब्,000 रुपए महीना सैलरी है वह भी नहीं दे रहा है।

मंडे को दी जाएगी जुलाई की सैलरी

वहीं अस्थाई कर्मचारियों को उनकी जुलाई की सैलरी ख्8 को दे दी जाएगी। लेकिन जून की सैलरी नहीं दी जाएगी। कॉन्ट्रैक्ट पर होने की वजह से उन्हें केवल क्क् महीने की सैलरी ही दी जाती है। जबकि कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें पूरे जून भर काम कराया गया है और सैलरी के नाम पर रूल्स बता दिया जाता है।