बरेली (ब्यूरो)। एक दौर था जब विक्रम बेताल, थ्रस्टी क्रो, ब्यूटी एंड बिस्ट, अकबर-बीरबल जैसी क्लासिक कहानियां और ओववल्र्ड, डोरेमोन जैसे कार्टून ही बच्चों के मनोरंजन के साधन हुआ करते थे। इन्हें खरीदने के लिए बच्चे पैसे एकत्र करते थे, लेकिन धीरे-धीरे इन कहानियों की जगह मोबाइल फोन ने ले ली। पहले दादी, नानी कहानियां सुनाती थी, लेकिन अब शहर के पेरेंट्स इस जनेरशन के बच्चों के लिए हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं की कहानियों का ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन ले रहे हैं। इसके लिए बच्चे ही नहीं उनके पेरेंट्स भी इसके लिए उन्हें सपोर्ट करते हैं। पेरेंट्स का कहना है कि वह इस तरह के सब्सक्रिप्शन दिला रहे हैं क्योंकि इससे बच्चों की लर्निंग बेहतर होती है और वह वीडियोज देखकर बेहतर कर पाते हैं।

ये अधिक पसंद
जिसमें बच्चे कार्टून अधिक देखना पसंद कर रहे हैं। साथ ही वे एनिमेटेड मूवीज और स्टोरी टेलिंग के भी सब्सक्रिप्शन ले रहे हैं। पेरेंट्स का मानना है कि वीडियोज देखकर बच्चे अधिक बेहतर तरीके से किरदारों की अच्छी हैबिटस को अपनाते हैं। अब नए कलेवर में लांच छोटा भीम, पेम्पा पिग टेल्स, पॉपुलर पॉ पेट्रोल कार्टून, व्लाद एंड निकी की कहानियां देखना पंसद कर रहे हैं। इसी तरह अन्य भी कई कहानियां और कार्टून हैं जिनको देखकर बच्चे कुछ अच्छा सीख पाते हैं और वह बेहतर कर पा रहे हैं।

वीडियोज को देखने के बाद बच्चे उसे जल्दी भूलते नहीं
एक्सपर्ट की माने तो किसी भी वीडियोज को देखने के बाद बच्चे उसे जल्दी भूलते नहीं है। इसे वह याद भी रखते हैं। इसके लिए पेरेंट्स जो सब्सक्रिप्शन बच्चों को दिलाते हैं उनको ये देखना होता है कि वह बच्चे के लिए कितना जरूरी है और उस पर क्या असर डाल सकता है। क्योंकि बच्चे का मानसिक विकास भी जरूरी है और वीडियोज का असर भी माइंड पर रहता है।


ये कार्टून बन रहे फेवरेट
-पेप्पा पिग
-चार्ली एंड लोला
-पॉ पेट्रोल
-माइटी लिटिल भीम

ये कहानियां पसंद
-व्लाद एंड निकी की कहानियां
-एनिमेटेड बाल गणेश की कहानियां
-नए कलेवर में छोटा भीम की कहानियां
-एनिमेटेड जंगल स्टोरीज