बरेली (ब्यूरो)। महिला सिपाहियों को शादी का झांसा देकर यौन उत्पीडऩ और करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपित ने पहली बार फर्जी सिपाही बनने के लिए सिर्फ 12 सौ रुपए खाकी वर्दी खरीदी थी। इसके बाद आरोपित ने पुलिस कर्मियों से करोड़ों रुपए की ठगी की। कोतवाली पुलिस को पता चला है कि आरोपित ने अन्य लोगों के साथ भी ठगी की बात सामने आ रही है।
खीरी में बनवाई दूसरी वर्दी
शहर कोतवाल दिनेश शर्मा ने बताया कि महिला सिपाही से रेप और धोखाधड़ी के मामले में विवेचना प्रचलित है। मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस को पता चला है कि आरोपित राजन वर्मा ने पहली बार 12 सौ रुपए में मुरादाबाद में पुलिस की वर्दी खरीदी थी। इसके बाद से ही वजह पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों में अपना रौब झाड़ता था। इस दौरान 2021 में 24 अप्रैल को एसआई कपिल कुमार ने आरोपित को पुलिस की वर्दी में पुलिस लाइन के पास शिव मंदिर के पास से गिरफ्तार किया था। इस दौरान पुलिस ने आरोपित से उत्तर प्रदेश पुलिस का बैच, एक सिटी डोरी के साथ, एक नेम प्लेट दो जोड़ी शर्ट पैंट खाकी, दो जुराबे खाकी, एक जोड़ा बुट रंग काला, एक बेल्ट मय बकल व एक टोपी मय बैच के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान आरोपित ने बताया था कि उसने मुरादाबाद में पहली बार 12 सौ रुपए में वर्दी खरीदी थी। जबकि दूसरी वर्दी उसने लखीमपुर खीरी में बनवाई थी।
ये था मामला
लखीमपुर के मिदनिया गढ़ी निवासी राजन वर्मा पुत्र वीरेन्द्र वर्मा 8वीं पास है। वह लखीमपुर में पेठा बनाने की फैक्ट्री चलाता है। लखीमपुर खीरी से पेठा बनाकर अयोध्या भेजता था। इसी बीच उसकी मुलाकात सुनील गुप्ता से हुई थी। सुनील ने खुद को एसओजी बताया कहा कि उसके पिता भी पुलिस में हैं। नौकरी का झांसा देकर राजन से पांच लाख ठग लिए। इस दौरान सुनील ने राजन को कुछ दिनों तक उसे अपने साथ पुलिस लाइन में रखा था। पुलिस लाइन में रहने की वजह से राजन ने पुलिस के सभी तौर तरीके सीख लिए। जब उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई तो उसने अयोध्या में ही शिकायत की जिससे उसका पैसा वापस मिल गया। इसी बीच आरोपित महिला सिपाहियों को टारगेट करने लगा। एक महिला कांस्टेबल से शादी का झांसा देकर संबंध बनाए, मगर शादी नहीं की। जब महिला ने एक थाने में एफआईआर दर्ज कराई, तो आरोपित ने उससे शादी कर ली। इसके बाद आरोपित लगातार महिला कांस्टेबल को अपना शिकार बनाता रहा और शादी का झांसा देकर उनका यौन उत्पीडऩ कर, उनसे प्लाट माकन आदि खरीदने के नाम पर ठगी करता रहा। चार जिलों में आरोपित के विरुद्ध पांच एफआईआर लिखी गई। इन्हीं में एक मामला कोतवाली में दर्ज हुए था। इसी मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में धीरे-धीरे घटनाओं की जानकारी बढ़ती गई। उसने अब तक कई महिलाओं को शिकार बनाने की बात स्वीकारी है।
आरोपित ने पूछताछ में बताया था कि उसने पहली वर्दी मुरादाबाद से 12 सौ रुपए में खरीदी थी। कोतवाली में दर्ज मामले में कई पहलुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है।
दिनेश शर्मा, शहर कोतवाल