बरेली (ब्यूरो)। कार्तिक पूर्णिमा पर रामगंगा तट पर स्नान के लिए आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा था। ट्रैक्टर-ट्राली, कार, टेंपो, तांगा और बाइक से पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। गंगा पूजन कर भगत बजवाकर सुख-समृद्धि की कामना की। मेले में जमकर खरीदारी की गई। चाट-पकौड़ी, जलेबी का स्वाद लिया। झूला-चरखा और मौत का कुंआ में बाइक सवारों का करतब देखने वालों की भीड़ लगी रही। स्नान घाट से लेकर मेला स्थल तक पुलिस निगरानी करती रही।

मेले में दिखी भीड़
रामगंगा तट पर लगे चौबारी मेले में शुक्रवार को भोर से ही ग्रामीणों की भीड़ बढऩे लगी थी। मुख्य मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। तड़के हर हर गंगे की ध्वनि के साथ से श्रद्धालुओं के स्नान का क्रम शुरू हुआ तो दोपहर बाद तक चलता रहा। स्नान कर लोगों ने गंगा मइया का पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की। नदी की धार रेलवे पुल की तरफ थी। बरेली की तरफ से स्नान घाट पर पहुंचने के लिए लोगों को रेत में काफी दूर पैदल चलना पड़ा। जबकि नदी की दूसरी साइड से आने वालों को घाट तक पहुंचने में कोई खास दिक्कत नहीं हुई। स्नान घाट से करीब एक किमी दूरी पर लगे चौबारी मेले में सुबह से ही भारी भीड़ रही।

अफसर भी दिखे

मेला कोतवाली के पास लगे झूला, चरखा च्र बच्चों और महिलाओं की भीड़ लगी रही। मौत का कुंआ में बाइक सवारों का करतब देखने के लिए भी लोगों का आवागमन बना रहा। ग्रामीण अंचल का मेला होने के चलते ढोलक, सिलबट्टा, मीना बाजार में धका-मुक्की के हालात दिखाई दिए। डेढ़ किमी के दायरे में फैले मेले में एक छोर से दूसरे छोर पर पैदल पहुंचने के लिए एक घंटे से अधिक समय लग जा रहा था, लेकिन उसी भीड़ में पकौड़ी और जलेबी का लुत्फ भी उठाया जा रहा था.पेय पदार्थ की भी बिक्री हो रही थी। जगह-जगह उबले हुए ङ्क्षसघाड़ा भी बिक रहे थे। खाने-पीने की छोटी-मोटी दुकानों के अलावा ढाबे भी संचालित किए जा रहे थे। भोर में भीड़ थोड़ी कम रही, लेकिन धूप निकल जाने के बाद दोपहर बाद तक मेला गुलजार रहा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भ्रमण कर मेले का जायजा लेते दिखाई दिए।


चौबारी मेले में आकर्षण का केंद्र रही घुड़दौड़
शहर की तरफ से चौबारी मेले में जाने पर नदी से पहले ही दाहिनी तरफ खेतों में चल रही घुड़दौड़ आकर्षण का केंद्र बनी रही। सफेद घोड़ा, काला घोड़ा, चितकबारा घोड़ा लेकर घुड़सवार अपने घोड़े को सबसे तेज दौड़ाने की जुगत भिड़ाते दिखाई दिए। मनपसंद घोड़ा आगे निकलने पर शोर मचाकर उत्साहित कर रहे थे। घुड़सवारी के शौकीन गंगा स्नान के बाद घुड़दौड़ का लुत्फ उठाते रहे। घुड़दौड़ देखने के लिए सड़क किनारे सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रही।


मेला में स्वजन च्े बिछड़े 81 बच्चे
स्वजन के साथ मेले में गए सुबह से लेकर दच्र शाम तक 81 बच्चे स्वजन से बिछड़ गए। पुलिस कर्मियों औरच्समाजसेवियों ने बच्चों को मेला कोतवाली पहुंचाया जहां से उन्हें स्वजन के सुपुर्द किया च्या। इनमें चार बच्चे तो ऐसे थे जिनकी उम्र एक से डेढ़ साल की थी, वह अपना नाम तक नहीं बता पा रहे थे।


भगत बजाने वालों पर फटकारी लाठियां
स्नान घाट पर भगत बजाकर श्रद्धालुओं से नेग ले रहे लोगों को पुलिस ने लाठियां फटकार कर खदेड़ दिया। वजह, यह थी कि स्नान के लिए भीड़ उमडऩे पर जाम के हालात बन रहे थे। बीच में भगत बजाने वालों की वजह से जाम और बढ़ रहा था, जिसकी वजह से पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया।