बरेली (ब्यूरो)। पुलिस मादक पदार्थ की तस्करी करने वालों पर कार्रवाई करने का दावा करती है, लेकिन असल में पुलिस का यह दावा पूरी तरह से खोखला है। असल में पुलिस की शह पर ही शहर में खुलेआम मादक पदार्थ की तस्करी हो रही है। शहर के गंगापुर में स्मैक, चरस, गांजा और सुलफा खुले आम बिक रही है। इसको लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने गंगापुर में एक स्टिंग किया। इस दौरान महिला और एक युवक से बातचीत की। जिसमें दोनों ही पूछ रहे है क्या चाहिए चरस, गांजा, स्मैक। प्रस्तुत है इसको लेकर एक रिपोर्ट

गढ़ है गंगापुर
शहर के बीचो बीच बसा गंगापुर में खुलेआम तस्कर स्मैक, चरस, गांजा, सूल्फा और कच्ची शराब बेची जाती है। तंग गलियों में बसे घरों के बाहर बैठकर लोग नशे का धंधा करते है। सुबह पांच बजे से देर रात तक मादक पदार्थ की तस्करी की जाती है। गंगापुर में शहर भर के लोग स्मैक, चरस, गांजा, सूल्फा और कच्ची खरीदने और पीने आते है।

महिला भी शामिल
गंगापुर में नशे धंधे में बड़े स्तर पर महिलाएं भी शामिल है। घर के बाहर फर्श पर बैठी महिला वहां पहुंचने वाले युवक से खुद-बा-खुद पूछ लेती है, कि यहां पहुंचे युवक को क्या चाहिए हैं। बिना किसी खौफ के महिलाएं ग्राहक से बातचीत कर मादक पदार्थ की तस्करी करती है। खास बात यह है कि यह पूरा खेल रोड पर खुलेआम चलता है।

पुलिस की सरपरस्ती
शहर के बीचो बीच इतने बड़े स्तर पर चल रहे मादक पदार्थ की तस्करी के खेल बिना पुलिस की सांठगांठ के नहीं चल सकता है। इसको लेकर चर्चा है कि तस्करी का धंधा पुलिस की शाह पर ही फल-फूल रहा है। चर्चा है कि गंगापुर में तस्करी करने वाले पुलिस को प्रतिमाह मोटी रकम पहुंचाते हैं। यहीं वजह है कि पुलिस गंगापुर में तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है।

लीक कर देते है सूचना
अगर कोई पुलिस अफसर गंगापुर में दबिश देने की योजना बनाता है। तो तस्करों को पहले ही दबिश की सूचना लीक कर दी जाती है। यहीं वजह है कि दबिश से पहले ही तस्कर घरों में ताले डालकर फरार हो जाते है और कुछ सामान ही हटा देते है। यहीं वजह है कि पुलिस अफसरों को कोई कामयाबी नहीं मिल पाती है। बता दें कि हाल फिलहाल में पुलिस ने गंगापुर में काफी लंबे समय से कोई दबिश नहीं दी है।

रिपोर्टर और तस्करों की बाचतीच
महिला तस्कर- कैसे खड़े हो
रिपोर्टर- हां
महिला तस्कर - किसे देख रहे हो
रिपोर्टर - अरे वो सामान चाहिए था
महिला और पुरुष तस्कर एक साथ- क्या सामान
रिपोर्टर- पुडिय़ा चाहिए है
महिला और पुरुष तस्कर एक साथ- काहे की चरस, गांजा स्मैक,
रिपोर्टर- स्मैक की पुडिय़ा
महिला तस्कर- 200 की है
रिपोर्टर- 200 रुपए की
महिला तस्कर- हम्म
रिपोर्टर 200 रुपए से कुछ कम वाली नहीं है
पुरुष तस्कर- नहीं
रिपोर्टर - कोई कम वाली नहीं आती है।
महिला तस्कर- नहीं
रिपोर्टर -100 वाली नहीं आती है
पुरुष तस्कर- नहीं
महिला तस्कर- किसके लिए लेकर जा रहे हो, तुम तो पीने वाले नहीं लगते
रिपोर्टर - किसी को देनी है
महिला तस्कर - हां वही तो
रिपोर्टर - अरे 100 रुपए की नहीं है
पुरुष तस्कर- नहीं है आप पता कर लो जिसके लिए लेकर जा रहे हो उसी से
रिपोर्टर - अच्छा आसपास कोई एटीएम नहीं है
महिला तस्कर - गली के बाहर चौराहे पर है
रिपोर्टर- अच्छा मैं एटीएम से पैसे लेकर आता हूं।