बरेली (ब्यूरो)। धर्म परिवर्तन के नाम पर कुछ लोग प्रशासन, पार्टी और समाज के लोगों को ब्लैकमेल करने का काम कर रहे है। कार्रवाई नहीं होने और सम्मान न मिलने पर कुछ लोग धर्म परिवर्तन करने की धमकी देते है, ताकि वह लोगों से अपनी बात को मनवा सके। नेताओं और चर्चित लोगों की देखा-देखी ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए पलायन शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। हाल में ही ऐसे केस देखने को मिले है। इसी पर आधारित है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की एक रिपोर्ट

घर टूटने पर धमकी
बता दें कि बिथरी चैनपुर के गांव बिचपुरी में ग्रामीणों ने धर्म परिवर्तन करने की धमकी दी थी। इस बावत जानकारी होने पर पुलिस प्रशासन में हडक़ंप मच गया था। सूचना पर हिन्दू संगठनों के साथ ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। मामले की जानकारी की तो पता चला कि विकास प्राधिकरण ने करीब सौ घरों पर बुलडोजर चला दिया और बाकि बचे मकानों पर भी बुलडोजर चलाने की चेतावनी गई है। ग्रामीणों को कहना था कि उन्होंने किसानों से जमीन खरीदी है। वह करीब 20 सालों से अपने-अपने घर बनाकर रह रहे है। पांच सौ मकानों पर बुलडोजर चलना बाकि है। इसी से नाराज होकर उन्होंने धर्म परिवर्तन करने को कहा है। जबकि विकास प्राधिकरण का कहना था कि उन्होंने किसानों से जमीन खरीदी है। इसका मुआवजा किसानों को दिया जा चुका है। उन्हीं किसानों ने यह जमीन बेची है। पुलिस ने मामला शांत कराकर जांच शुरू की थी।

सुनवाई न होने पर पोस्ट
हाल में ही एक भाजपा नेता ने सुनवाई न होने और पार्टी के नेताओं से मदद न मिलने पर सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां करते हुए धर्म परिवर्तन करने की एक पोस्ट साझा की थी। जिसमें उन्होंने लिखा था। एक मामले सात माह तक जेल काटी है। अदालत में मुझे निर्दाेष माना है। इसके बाद भी मेरे दोनों शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए, बरेली के बड़े नेता कह रहे है कि तुम मेरे पास आओ तुम्हारे सामने फोन करूंगा, तो सब ठीक हो जाएगा। मैं जाऊं या न जाऊं काम होना चाहिए, जो कि आज तक नहीं हुआ। उन्होंने पार्टी के नेताओं को कटघरे में खड़ा कर अफसारशाही को हावी बताया। इसके साथ ही लिखा था कि अगर न्याय नहीं हुआ, तो मैं मुस्लिम धर्म अपना लूंगा। इस पोस्ट के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई। इसके बाद तुरंत ही संगठन, जनप्रतिधि ने मामला का संज्ञान लिया। उन्हानेें अस्वाश्त किया गया। अन्याय नहीं होगा।


जारी किया वीडियो
एक मुस्लिम भाजपा नेता ने भी पिछली साल आईएमसी नेता साजिद सकलैनी पर लात मारकर पत्नी का गर्भ गिराने का आरोप लगाकर बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.्र आरोप है कि आईएमसी के बड़े नेता के दबाव में आरोपित के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसी से दुखी होकर पीडि़त ने वीडियो जारी किया। उसने बताया ऑफिसों के चक्कर लगाकर थक गया हूं। अब मैं अपना धर्म परिवर्तन करूंगा। मुस्लिम धर्म छोडक़र हिंदू धर्म में शामिल होना पड़ेगा। मेरे आगे मजबूरी यह है कि मेरे धर्म के ही लोग ही उसके दुश्मन बने हुए हैं। मैं मुस्लिम धर्म छोडक़र हिंदू धर्म में शामिल हो जाऊंगा। मैं कहना चाहूंगा कि मैं मुस्लिम हूं, इसलिए आईएमसी के नेता अपनी ताकत दिखा रहे हैं। किसी हिंदू को ताकत दिखा दें, तो उन्हे खुद पता चल जाएगा कौन क्या है। वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसे बाद पुलिस ने पीडि़त को जांच कर कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

पलायन की धमकी
आंवला तहसील क्षेत्र में एक दुराचार के मामले में कार्रवाई न होने पर पीडि़त परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। इसके साथ ही क्षेत्र से पलायन करने की धमकी दे दी। यहीं नहीं पीडि़त ने अपने घर की दिवार पर लिख दिया। इंसाफ न मिलने के कारण पीडि़त परिवार पलायन को मजबूर है। इसके आगे लिखा कि यह मकान बिकाऊ है। इसके साथ ही पीडि़त ने अपना मोबाइल नंबर भी लिखा था। इसी जानकारी होने अधिकारी हरकत में आए। उन्होंने मामले की जांच सीओ आंवला को लेकर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

पुलिस किसी भी दबाव में कार्रवाई नहीं करती है। विवेचना में सामने आए तत्थों पर ही कार्रवाई करती है। अपराधियों को सबूत के आधार पर ही कोर्ट में सजा मिलती है। पुलिस की विवेचना में किसी भी तरह की भावनाओं को शामिल नहीं किया जाता है।
- अनीता चौहान, सीओ