बरेली: ब्लैकमेलर्स के मंसूबे भी खतरनाक

लड़कियों को फंसाने वाले दो मुस्लिम युवकों नौशाद व अमान पर रिपोर्ट लिख गई। जांच पड़ताल में पुलिस के सामने कई ऐसे चौंकाने वाले तथ्य आए जो दोनों को किसी संगठित गिरोह का सदस्य होने की ओर इशारा कर रहे हैं। उनके पास से करीब आठ फर्जी आधार कार्ड मिले हैं। जिसमें अधिकांश आधार कार्ड ङ्क्षहदू नाम से बने हुए हैं। सभी में आरोपितों की ही फोटो लगी है, बस फर्क इतना है कि किसी में डाढ़ी के साथ फोटो है तो किसी में क्लीन सेव। पांच फर्जी आधार कार्ड नौशाद के पास तो तीन आधार कार्ड अमान से बरामद हुए।

भेजा था जेल
उनके फोन से भी कई लड़कियों व महिलाओं की अश्लील चैट, अश्लील वीडियो काङ्क्षलग की स्क्रीन रिकार्डिंग समेत तमाम चीजें मिली हैं। पुलिस ने दोनों के फोन की विस्तृत जांच के लिए फारेंसिक भेज दिया है। बाकी उनके नंबरों का भी सीडीआर निकलवाया जा रहा है। जिससे यह स्पष्ट हो कि आखिर दोनों आरोपित बात कहां करते थे। पुलिस ने शुक्रवार को प्राथमिकी लिख दोनों को जेल भेज दिया। दो दिन पहले कर्मचारी नगर चौकी के पास नौशाद व अमान दो ङ्क्षहदू लड़कियों से बात कर रहे थे। अचानक लड़कियों का उनसे झगड़ा हो गया तो वहां खड़े लोगों ने झगड़े का कारण पूछा। पहले तो आरोपित कुछ भी नहीं बोले-मगर जब बाद में ङ्क्षहदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नौशाद से उसका नाम पूछा तो उसने राहुल बताया। जबकि, अमान ने अपना नाम सतीश बताया। शक होने पर दोनों के आधार कार्ड मांगे गए, लेकिन उन्होंने नहीं दिखाए। आरोपितों का मोबाइल खोलकर देखा तो उसमें मुस्लिम युवक नौशाद के नाम से इंस्टाग्राम आईडी बनी मिली। संदिग्ध होने पर हंगामा हुआ और आरोपितों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।

लंबे समय तक करते शोषण
पुलिस ने आरोपितों की तलाशी ली तो नौशाद की जेब से पांच आधार कार्ड मिले। इसमें पहला सोनू के नाम से, दूसरा नौशाद, तीसरा अनश, चौथा अमन और पांचवां राहुल के नाम का मिला। इसी तरह से जब पुलिस ने अमान की तलाशी ली तो उसकी जेब से भी तीन आधार कार्ड मिले। इसमें पहला आधार कार्ड अमान के नाम से, दूसरा विक्की और तीसरा आधार कार्ड विनीत के नाम से मिला। जेब से मिले मोबाइल में एक दो नहीं बल्कि कई इंस्टाग्राम आइडियां संचालित मिली। इसमें ङ्क्षहदू लडक़ों, लड़कियों के नाम के अलावा कुछ आईडी कामन नाम से भी मिली। इसके अलावा फोन से कई न्यूड वीडियो काल की स्क्रीन रिकार्डिंग, न्यूड चैट, फोटो आदि भी मिले हैं। इन वीडियो और चैट के बारे में आरोपितों ने बताया कि वह एक बार लड़कियों, महिलाओं को भरोसे में लेकर उनके साथ यह सब करते हैं। एक बार न्यूड वीडियो काल, चैट आदि हो जाती है तो उसकी रिकार्डिंग कर लेते हैं। उन्हीं के सहारे लड़कियों और महिलाओं को डराते धमकाते हैं और फिर लंबे समय तक शोषण करते हैं। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

वर्जन-----

आरोपितों के पास से कई आधार कार्ड और इंस्टाग्राम की फर्जी आईडी मिली हैं। दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखने के बाद उन्हें जेल भेजा जा रहा है।
- मानुष पारीक, एसपी सिटी.