बरेली (ब्यूरो)। बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जौनपुर जिला जेल से बरेली की सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया। सैटरडे की शाम कड़ी सुरक्षा के बीच उनका काफिला केंद्रीय कारगार पहुंचा। पुलिस के अनुसार उन्हें शासन के आदेश पर जौनपुर की जिला कारागार से यहां पर शिफ्ट किया गया है। बाहुबली के आने से पहले ही जेल प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर लीं। जिस बैरक में बाहुबली को रखा जाना था, उसकी पहले ही साफ-सफाई करा दी गई है।
10 मई 2020 को एफआईआर
धनंजय सिंह के खिलाफ अपहरण और रंगदारी के मामले में कोर्ट ने सजा सुनाई है। वादी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में पूर्व सांसद समेत दो के खिलाफ अपहरण और रंगदारी की एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में पूर्व सांसद तीन माह से जिला कारागार में बंद रहे। इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई। मामले में पुलिस ने विवेचना कर तीन माह के अंदर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
सात साल की सजा
धनंजय सिंह को इंजीनियर अभिनव सिंघल के अपहरण और रंगदारी मामले में जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने छह मार्च को सात साल की सजा सुनाई, तब से वह जौनपुर जेल में बंद है। धनंजय सिंह को लेकर जेल प्रशासन ने अब तक कोई जानकारी नहीं दी है।
शिफ्टिंग से मची खलबली
सैटरडे सुबह छह बजे जेल के गेट पर गाडिय़ां लगी तब पता चला कि धनंजय सिंह को शिफ्ट किया जा रहा है। उनको बरेली जेल भेजने की चर्चा पिछले पांच दिनों से चल रही थी। लोकसभा चुनाव को देखते हुए उनकी जेल बदली गई है। उनकी पत्नी श्रीकला को बसपा ने जौनपुर से टिकट दिया है। भाजपा ने यहां से महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। कृपाशंकर सिंह 2021 में कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए थे।
बाहुबली को आ रहा बुखार
बाहुबली धनंजय सिंह को पिछले दो तीन दिनों से बुखार आ रहा है। इस वजह से बाहुबली धनंजय सिंह को पुलिस की वैन की जगह एंबुलेंस से लाया गया। एंबुलेंस के साथ ही पुलिस की वैन के साथ ही कड़ी सुरक्षा में शाम करीब साढ़े छह बजे वह बरेली की केंद्रीय कारागार पहुंचा। यहां पर जेल में डॉक्टर्स ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके बाद उन्हे बैरक में भेज दिया गया। जेल की बैरक में धनंजय सिंह को सब्जी, रोटी और चावल दिए गए।
घटना होने का डर
धनंजय सिंह को कड़ी सुरक्षा में लगाया गया। धनंजय सिंह को लाने के दौरान पुलिस फोर्स अलावा उनका अपना काफिला भी मौजूद था। बरेली केंद्रीय कारागार पहुंचे बाहुबली धनंजय सिंह के रिश्ते के भाई विकास सिंह ने बताया वह भाई होने के नाते उनके संग में आए हैं। उन्होने एक सवाल पर कहा कि घटना कोई भी हो सकती थी। इस वजह से भी वह इतनी संख्या में पुलिस के काफिले के साथ आए है।
मिल गई जमानत
जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह को जौनपुर से बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने से पहले ही जमानत मिल गई। धनंजय को लेकर पुलिस बरेली लेकर आ रही थी। इससे पहले दोपहर हाईकोर्ट का फैसला आ गया। धनंजय की जमानत मंजूर कर ली गई। वहीं कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया। इसके साथ ही वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से केंद्रीय कारागार लगाया गया है। जेल में सभी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए है। अन्य बंदियों की तरह सभी नियम कायदे उन पर भी लागू हंै।
-अविनाश गौतम, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, केंद्रीय कारागार