फ्राइडे को सुनाई जाएगी सजा, नेकपुर में टॉयलेट के गटर में हत्या कर छिपाई थी लाश

विशेष न्यायाधीश एससीएसटी की कोर्ट में चल रहा है मामला

BAREILLY: सुभाषनगर के नेकपुर में दो साल पहले 4 साल की बच्ची अंशिका की हत्या कर शव टॉयलेट के मैनहोल में छिपाने के मामले में कोर्ट ने महिला प्रिंसिपल समेत 4 आरोपियों को दोषी पाया है। एससीएसटी की स्पेशल कोर्ट फ्राइडे को इस मामले में सजा सुनाएगी। थर्सडे को अंशिका की हत्या में आरोपियों के दोषी पाए जाने पर अंशिका के परिजनों ने सच्चाई की जीत बताई, लेकिन दूसरी ओर आरोपियों के परिजन रोने लगे। आरोपी शुरू से ही गलती से हादसे में मौत की बात कहते चले आ रहे थे।

दो साल पहले हुई थी हत्या

11 सितंबर 2014 को नेकपुर में सुशील कुमार की चार वर्षीय बेटी अंशिका घर से खेलते वक्त गायब हो गई थी। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की थी तो बेटी पड़ोस में प्राइवेट स्कूल संचालिका अरूणा शर्मा के घर के अंदर टॉयलेट के मैनहोल में लाश मिली थी। लाश को बोरे में भरक डाला गया था और उसकी सिर कुचलकर हत्या की गई थी। यही नहीं मामले को छिपाने के लिए खून से सनी चादर को वाशिंग मशीन में छिपा दिया था। अंशिका के चाचा सर्वेश कुमार की ओर से अरुणा शर्मा, पति सत्येंद्र शर्मा, बेटा दीपक उर्फ दीपू और उसकी पत्‍‌नी गौरी के खिलाफ अपहरण व हत्या के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया और तब से सभी अब तक जेल में ही हैं। पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगाई थी। केस की सुनवाई स्पेशल जज एससीएसटी राघवेंद्र की कोर्ट में चल रही थी। थर्सडे को बहस पूरी होने के बाद कोर्ट में चारों आरोपियों को मामले में दोषी पाया और फ्राइडे को फैसला सुनाया जाएगा।