बरेली (ब्यूरो)। जिले में करीब 18 लाख व्हीकल्स सडक़ों पर दौड़ रहे हैं। इनमें टै्रफिक रूल्स तोडऩे वालों की संख्या भी लाखों में शामिल है। यह ही वजह है कि हर रोज एक हजार से ज्यादा वाहनों के चालान हो रहे हैं। इसके बावजूद वाहन चालक ट्रैफिक रूल्स का पालन नहीं कर रहे हैं। यह ही वजह है कि आठ साल में 70 करोड़ तीन लाख रुपए का जुर्माना लग चुका है। रूल्स टूटने की वजह से खूब हादसे भी हो रहे हैं। आठ साल में 8257 हादसे हुए, जिसमें 3734 लोग जान भी गंवा चुके हैं, जबकि 6623 लोग घायल हुए हैं.

दिसंबर में 31 हजार से ज्यादा चालान
शहर में टै्रफिक नियमों को कितना पालन हो रहा है, इसका इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिसंबर के 31 दिन में 31 हजार 494 चालान हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा चालान हेलमेट न होने पर हुए हैं। इसके साथ ही सीट बैल्ट, नो पार्किंग, ड्रिंक एंड ड्राइव, ट्रिपल राइडिंग, रॉग साइड के अलावा ओवर स्पीड पर भी जिले में खूब चालान हो रहे हैं। टै्रफिक पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

712 का डीएल निरस्त
रूल्स तोडऩे के मामले में 712 लोग सब से आगे निकल गए हैं। इनमें ऐसे वाहन शामिल हैं, जिनका तीन माह में 10-10 बार चालान हुआ है। ऐसे लोगों की एसएसपी घुले सुशील चंन्द्रभान ने सूची बनवाई थी। इस सूची को एसएसपी ने आरटीओ को भेजते हुए इन सब के वाहन स्वामियों के लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी थी। जल्द ही इन सब ही के लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे।

200 स्टूडेंट्स का भी चालान
ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करने से बिल्कुल नहीं चूक रही है। पुलिस ने वाहनों से स्कूल जाने वाले 200 स्टूडेंट्स के वाहनों का भी चालान किया है। इसके साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर दोबारा पकड़े गए तो वाहन सीज करने की कार्रवाई की जाएगी। रूल्स तोडऩे के बरेलियंस कितने माहिर है। इस बात का पता इससे भी लगाया जा सकता है कि साल 2023 में 214505 वाहनों के चालान हुए है।

आंकड़ों पर नजर
वर्ष हादसे मौत घायल
2023 1175 500 1133
2022 1050 487 886
2021 936 421 757
2020 680 364 425
2019 1093 536 696
2018 1150 484 907
2017 1121 467 914
2016 1054 475 905

2023 में हुए 214505 चालान
712 का डीएल हुआ निरस्त
1000 की हादसों में मौत
1133 लोग हुए घायल
200 किशोरों के वाहनों का चालान


लोगों को लगातार ट्रैफिक रूल्स पालन कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। बावजूद इसके लोग लगातार ट्रैफिक रूल्स तोड़ रहे है। लगातार टै्रैफिक रूल्स तोडऩे वालों को चिह्नित किया गया है। उनका लाइसेंस निरस्त कराने की कार्रवाई भी कराई जा रही है।
-शिव राज, एसपी ट्रैफिक

सिटी की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम है। इससे निपटने के लिए और भी ज्यादा प्लानिंग की जरूरत है। जाम की वजह से कई तरह की समस्याएं आती है।
आकाश साहू

लोगों को ट्रैफिक रूल्स का पूरा पालन करें। इससे वाहन चालक खुद को सुरक्षित रहता ही है, साथ ही सामने वाला भी सुरक्षित रहता है। रूल्स तोडऩे पर हादसे होते है।
शेर सिंह

शहर में फ्लाईओवर से लोगों को काफी राहत मिली है। लेकिन ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए अभी और ज्यादा काम करने की जरुरत है।
अशफाक अहमद

ट्रैफिक पुलिस को सख्ती से ट्रैफिक नियमों को पालन कराना चाहिए। इसके साथ ही ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को जागरूक करने की जरूरत है।
लकी शर्मा