बरेली (ब्यूरो)। जिले में वन्य जीवों के हमले बढ़ते जा रहे हैं। तीन स्थानों पर वन्य जीवों के हमले में पांच लोग घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने भेडिय़ा आने का शोर मचाया, जबकि वन विभाग की टीम ने कांङ्क्षबग के बाद साफ किया कि सियार ने हमला किया है। वन्य जीवों के बढ़ते हमले को देखते हुए ग्रामीणों के लिए वन विभाग की ओर से एडवाजरी जारी की गई है।
मौके पर पहुंची टीम
मीरगंज: शाही थाना के बढेपुरा गांव में संडे को एक वन्य जीव द्वारा ग्रामीणों पर हमला किए जाने की घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी। हमले में गुड्डी देवी सहित अन्य ग्रामीण घायल हो गए। ट्यूजडे को वन विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों से सावधानी बरतने की अपील की। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हमलावर सियार हो सकता है, जो इस समय प्रजनन काल से गुजर रहा है। इस दौरान सियार और अन्य वन्य जीव अधिक आक्रामक हो सकते हैं। रेंजर संतोष कुमार, डिप्टी रेंजर मुकेश कुमार और वन दरोगा आनंद सक्सेना,अमित शर्मा, छेदालाल, छत्रपाल की टीम ने ग्रामीणों को रैबीज के टीके लगवाने की सलाह दी। खेतों पर अकेले न जाने की सलाह दी है। हालांकि, वन्य जीव के पंजों के निशान और स्थिति का निरीक्षण करने के बाद भी ग्रामीण पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिखे। कई महिलाओं ने डर के कारण खेतों पर जाने से मना कर दिया, जबकि कुछ लोग समूह बनाकर खेतों की ओर गए। आसपास के गांवों में भी अज्ञात वन्य जीव का भय महसूस किया जा रहा है। वन विभाग ने ग्रामीणों से विशेष सावधानी बरतने और बच्चों को खेतों से दूर रखने की अपील की है। वहीं बाकरगंज में प्रेम ङ्क्षसह का चेहरा उसके बेटे पुष्पेन्द्र ङ्क्षसह का पैर चेहरा और हाथ जख्मी हो गए। दोनों को गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
25 लोगों को किया घायल
आंवला में पिछले छह दिन में हमलावर हुए सियारों ने आंवला के चार गांवों के 25 लोगों पर हमला करके घायल किया जा चुका है वन विभाग की टीम उन्हें तलाशने के लिए प्रयास करने का लगातार दावा कर रही हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिल सकी है क्षेत्रीय वन अधिकारी द्वारा उप क्षेत्रीय वन अधिकारी विजय ङ्क्षसह ,उप वन अधिकारी अपूर्वा पांडेय, अवनीश गंगवार, रामसरन, अमित राना, माखन लाल शीत कई कर्मचारियों की टीम सियारों को पकडऩे केलिए गठित की है उनके मुताबिक यह सभी लोग सियारों की तलाश हेतु गस्त कर रहे है, मंदिरों व मस्जिदों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है.बता दें कि पिछले दिनों आंवला के गांव रमपुरा में 10, देवकोला में 11,नूरपुर ने 03 व अजुध्या में एक व्यक्ति को सितार द्वारा घायल किया जा चुका है, इन सभी के स्वास्थ्य केंद्रों पर एआरवी लगाई जा चुकी है.सियारों के न पकड़े जाने से ग्रामों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
टीम की पकड़ से दूर हैं हमलावर हुए सियार
आंवला: पिछले छह दिन में हमलावर हुए सियारों द्वारा आंवला के चार गांवों के 25 लोगों पर हमला करके घायल किया जा चुका है। वन विभाग की टीम उन्हें तलाशने के लिए प्रयास करने का लगातार दावा कर रही हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिल सकी है। क्षेत्रीय वन अधिकारी द्वारा उप क्षेत्रीय वन अधिकारी विजय ङ्क्षसह, उप वन अधिकारी अपूर्वा पांडेय, अवनीश गंगवार, रामसरन, अमित राना, माखन लाल शीत कई कर्मचारियों की टीम सियारों को पकडऩे केलिए गठित की है। उनके मुताबिक यह सभी लोग सियारों की तलाश के लिए गस्त कर रहे है। मंदिरों व मस्जिदों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बता दें कि पिछले दिनों आंवला के गांव रमपुरा में 10, देवकोला में 11, नूरपुर ने 03 व अजुध्या में एक व्यक्ति को सितार द्वारा घायल किया जा चुका है। इन सभी के स्वास्थ्य केंद्रों पर एआरवी लगाई जा चुकी है। सियारों के न पकड़े जाने से ग्रामों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण भी रात में जागकर गस्त कर रहे हैं।