बरेली (ब्यूरो)। हमारे देश में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है। उन्हें शक्ति स्वरूप माना जाता है, लेकिन उनके स्वास्थ्य के प्रति उतनी ही लापरवाही है। यही वजह है कि कैंसर जैसी महामारी महिलाओं में तेजी से फैल रही है। इसे रोकने के लिए महिलाओं और पुरुषों दोनों को लापरवाही छोड़ कर जागरूक होना पड़ेगा। यह बात एसोसिएशन ऑफ गायनेकोलॉजी ऑंकोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया (एजीओआई) की नेशनल प्रेसिडेंट डॉ। रूपिंदर शेखों ने गायनी ओंकोलाजी सीएमई में कही। सीएमई में देश के नामचीन संस्थानों के कैंसर विशेषज्ञों ने गायनेकोलॉजी ओंकोलॉजी के विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया।

चलाया जा रहा अभियान
एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में संडे को स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की ओर से और एसोसिएशन ऑफ गायनेकोलॉजी ऑंकोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया (एजीओआई) के सहयोग से गायनी ओंकोलॉजी पर सीएमई आयोजित हुई। इसके इनॉग्रेशन सत्र में एसोसिएशन आफ गायनेकोलॉजी ऑंकोलॉजिस्ट आफ इंडिया (एजीओआई) की नेशनल प्रेसिडेंट डॉ। रुपिंदर शेखों ने महिलाओं में बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर पर चिंता जताई। एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति ने कैंसर के साथ ही महिलाओं में बढ़ते तनाव का भी जिक्र किया। एसआरएमएस ने चार हेल्थ एटीएम भी स्थापित किए हैं जहां मात्र 50 रुपये में 21 तरह की स्वास्थ्य जांचें की जा रही हैं।

ये भी रहे मौजूद
सीएमई की ऑर्गनाइजिंग चेयरपर्सन डॉ। शशिबाला आर्य ने सभी अतिथियों और डेलीगेट्स का स्वागत किया और गायनी ओंकोलॉजी सीएमई की जानकारी दी। एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डॉ। एमएस बुटोला ने कॉलेज की उपलब्धियों की जानकारी दी। समारोह के अंत में सीएमई के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ। मनोज कुमार टांगड़ी ने सभी का आभार जताया। इस मौके पर एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति, सीएमई के ऑर्गनाइजिंग चेयरपर्सन डॉ। पियूष कुमार, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ। आरपी सिंह सहित अन्य एक्सपर्ट भी मौजूद रहे।