बरेली (ब्यूरो)। सियार के हमलों में अब तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 31 लोग जख्मी हो चुके हैं। वन विभाग ने वन्य जीवों के हमले की घटनाएं रोकने के लिए 24 टीमें लगाई हैं। ग्रामीणों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है।

एडवाइजरी जारी की गई
इस महीने तीन सितंबर को सबसे पहले तहसील बहेड़ी के मंसूरगंज में नेमचंद और उनकी पत्नी, छह सितंबर को जसाईनगर व बिजौरिया में महारानी, श्यामकली और सचिन सियार के हमले में घायल हुए थे। सात सितंबर को श्यामाचरण, दिनेश कुमार ङ्क्षसह सियार के हमले में जख्मी हुए थे। इसके अलावा तहसील फरीदपुर के ग्राम गुल्थिया में देशांत ङ्क्षसह, शगुन ङ्क्षसह, मेवापट्टी में अंकेश, तहसील आंवला के ग्राम रम्पुरा व देवकोला में मेवाराम, आदित्य, निधि, प्रभात, यशपाल, चमेली, कृष्णपाल, आयुष, प्रतिपाल, त्रिमल, राजेंद्र, सत्यपाल, खेमकरन, ओमकार ङ्क्षसह, कांती देवी, श्यामवीर ङ्क्षसह, भगवान दास, खुशीराम, कल्लो देवी सियार के हमले में घायल हुई थीं। सदर तहसील के गांव लक्ष्मियापुर में चिरंजीव, नवाबगंज के समुआ भानपुर में प्रेम ङ्क्षसह, पुष्पेंद्र, मीरगंज के ग्राम बढेपुरा में गुडडी देवी भी सियार के हमले में जख्मी हो चुके हैं। सियार के बढ़ते हमलों को देखते हुए वन विभाग की ओर से निगरानी के लिए टीमें लगाई गई हैं जो चौबीस घंटे निगरानी कर रही हैं। रेंज आफिसर केके मिश्रा के अनुसार वन विभाग की ओर से ग्रामीणों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है। सुझाव दिया गया है कि रात में अकेले घर से न निकलें, जरूरी होने पर सामूहिक रूप से टार्च और डंडा लेकर बाहर जाएं। घर के आस-पास पर्याप्त रोशनी रखें। बुर्जुगों, महिलाओं एवं च्च्चों को घर से अकेले न निकलने दें। रात में खुले में न सोएं व घर का दरवाजा बंद रखें। किसी भी प्रकार का कूड़ा व खाने का सामान खुले में न फेकें।