बरेली (ब्यूरो)। साइको किलर के केन्द्रीय कारागार टू में पहुंचने के बाद से ही उसकी जेल में दहशत है। बंदियों के साथ जेल प्रशासन भी साइको किलर की दहशत से काफी चिंतित है। यही वजह है कि 25 दिनों से साइको किलर को जेल के अस्पताल परिसर में अकेला रखा गया है। हालात यह है कि उसके पहरे के लिए भी बंदी रक्षक ड््यूटी करने से साफ इंकार कर रहे है।
दहशत के पांच घंटे
बता दें कि नौ अगस्त को पुलिस ने लगातार महिलाओं की हत्या करने वाले साइको किलर कुलदीप गंगावार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद से ही साइको किलर जेल के अस्पताल में भर्ती है। साइको किलर के पहुंचने के बाद से ही बंदियों में दहशत में है। चर्चा है कि प्रत्येक दिन सुबह 10 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक बंदियों में साइको किलर की दहशत रहती है। इन पांच घंटो में कभी भी डॉक्टर उसे सुबह दस बजे के लेकर शाम पांच बजे तक जेल के अस्पताल से डिशचार्ज कर उसे जेल की बैरिक में शिफ्ट कर सकते है। सामान्य बंदियों से अलग बैरक में रखे गए कुलदीप फिलहाल जेल में जाने के बाद से ही अब तक शांत है, उसने इन 25 दिनों में अब तक कोई भी उत्पात नहीं मचाया है। चर्चा है कि कुलदीप नशेड़ी का आदि है, माना जा रहा है कि नशे की तलब लगने पर वह कभी भी उत्पात कर सकता है।
टेंशन में जेल प्रशासन
केन्द्रीय कारागार टू में 2538 पुरुष बंदी बंद हैं। जो साइको किलर की वजह से दहशत में है। जेल के सूत्रों की मानें तो जेल के अधिकारियों को चिंता है कि अगर वह साइको किलर को बैरक में आम बंदियों के साथ शिफ्ट करते हैं तो साइको पर बंदियों का हमला होने का भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। वहीं साइको किलर भी कोई घटना को अंजाम दे सकता है। इसके साथ ही जेल प्रशासन उसे तनहाई बैरक में भी रखने से बच रहा है। क्योंकि तनहाई बैरक में उस पर नजर नहीं रखी जा सकेगी।
महिलाओं से नफरत में कत्ल
कुलदीप गंगवार ने पुसिल को पूछताछ में बताया था कि मां की मौत के बाद पिता ने दूसरी शादी कर थी। इसके बाद से ही सौतेली मां उसे लगातार टर्चर करती थीं। पिता ने 2014 में कुलदीप की शादी कराई थी। लेकिन शादी के कुछ समय बाद पत्नी भी उसे छोडक़र चली गई थी। इसके बाद से ही उसको महिलाओं से नफरत हो गई थी। जैसे ही वह किसी महिला को अकेले देखता, तो उससे बातचीत करता था। इस दौरान इस दौरान महिलाओं के विरोध करने पर वह वह उसका गला घोंटकर मार देता था। आरोपित ने सभी हत्याओं में महिलाओं को गला दबाकर हत्या की। गला दबाने के लिए महिलाओं की साड़ी या दुपट्टे का इस्तेमाल करता था। वह गले में बाएं तरफ साड़ी या दुपट्टे से गांठ बांध गला घोंट देता था।
यह कबूल की थी हत्याएं
तीन जुलाई, 2024 थाना शाही के बुझिया जागीर के जंगल में 46 वर्षीय अनीता देवी की गला घोंटकर हत्या की थी। 26 नवंबर 2023 थाना शीशगढ़ के जगदीशपुर निवासी 55 वर्षीय उर्मिला की उन्हीं की साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। 20 नवंबर 2023 थाना शाही के खरसैनी की रहने वाली 65 वर्षीय दुलारा देवी की हत्या साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर उन्हीं के खेत में की। 31 अक्टूबर 2023 थाना शीशगढ़ में लखीमपुर निवासी 65 वर्षीय महमूदन की हत्या जंगल में उन्हीं की चुनरी से गला घोंटकर की। 17 जून 2023 थाना शाही में कुल्छा की रहने वाली धनवती की हत्या की थी धानवती कस्बा शाही से दवा लेकर लौट रही थीं। एक जुलाई 2023 थाना शाही क्षेत्र में धनेटा फाटक से शीशगढ़ रोड पर 55 वर्षीय प्रेमवती की उन्हीं की साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर हत्या की गई थी। प्रेमवती आनंदपुर की रहने वाली थी।
साइको किलर को जेल के अस्पताल में रखा गया है। डॉक्टर उसका लगातार शारीरिक और मानसिक परीक्षण करते है। मौजूदा हालात में उसे बैरक में रखना सही नहीं है। जेल में आने के बाद से ही उसे अलग ही रखा गया है। और आगे फिलहाल अगल ही रखा जाएगा।
- विपिन कुमार मिश्रा, वरिष्ठ अधीक्षक केन्द्रीय कारागार 2