सेंट्रल गर्वनमेंट की नेशनल अर्बन लिवलीहुड मिशन शुरू करने की कवायद
शहरी बेघरों के लिए सिटी में परमानेंट मॉर्डन शेल्टर होम बनाए जाएंगे
स्ट्रीट वेंडर्स के लिए लोन, सिक्योरिटी और डेवलेपमेंट स्किल्स सुविधा
BAREILLY: सड़क किनारे आशियाना और रोजगार तलाशने वालों के लिए सेंट्रल गर्वनमेंट जल्द ही एक स्मार्ट मुहिम शुरू करने वाली है। सरकार की ओर से नेशनल अर्बन लिवलीहुड मिशन (एनयूएलएमम ) शुरू किया जा रहा है। यह मिशन असल में दो योजनाओं को लागू कराने को लेकर है। इसमें पहली योजना शहरी बेघरों को छत देने की है जो स्कीम ऑफ शेल्टर फॉर अर्बन होमलेस (एसयूएचच) है। वहीं दूसरी योजना पटरी-फेरी दुकानदारों के लिए सपोर्ट टू अर्बन स्ट्रीट वेंडर्स (एसयूएसवी) है। साल 2013 में 12वीं पंचवर्षीय योजना में शहरी गरीबों के लिए शुरू की गई स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना को बंद कर यह एनयूएलएम मिशन शुरू किया जा रहा है, जिससे शहरी गरीबों को उनकी सोशल व फाइनेंशियल स्तर पर कारगर सुधार किए जा सके।
यूपी के 13 निकायों में लागू
सेंट्रल गर्वनमेंट की इस योजना को यूपी के सभी 13 नगर निकायों में शुरू किया जा रहा है। स्टेट अर्बन डेवलेपमेंट एजेंसी ( सूडा ) पर भी इस मिशन को लागू कराने की जिम्मेदारी है। एनयूएलएम को अमली जामा पहनाने और इसे शुरू करने को लेकर 7 जुलाई को लखनऊ में सूडा डायेक्टर, मिशन डायेक्टर और सेक्रेटरी नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम डायेक्टर की बैठक हुई। इसमें बरेली नगर आयुक्त भी शामिल रहे। इन दोनों प्रोजेक्ट्स की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट, डीपीआर और डिटेल इम्प्लीमेंटेशन प्लान, डीआईपी की मंजूरी को भेजा चुका है। वहीं स्टेट लेवल प्रोजेक्ट अप्रूवल कमेटी का गठन किया जा चुका है।
बेघरों को मिलेगी 'स्मार्ट छत'
एनयूएलएम के तहत बेघरों के लिए शुरू की जा रही शेल्टर फॉर अर्बन होमलेस स्कीम का मकसद बेघर गरीबों के लिए सभी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाली सुविधाएं मुहैया कराना है। इस तरह के शेल्टर होम अपने आप में अनोखे होंगे, जिसमें साफ सफाई, वॉटर सप्लाई, बिजली, बॉथरूम-टॉयलेट के साथ ही खाना बनाने के लिए सेपरेट रसोई की भी व्यवस्था होगी। इससे पहले के शेल्टर होम में रसोई की सुविधा नहीं होती थी। वहीं शेल्टर होम्स में ठहरे गरीबों के लिए मनोरंजन जैसे टीवी-रेडियो का भी इंतजाम होगा।
ख्ब् बाई 7, ऑल सीजन
इन स्मार्ट शेल्टर होम्स की खासियत इनका ऑल सीजन खुला रहने की है। इससे पहले नगर निगम के तहत चलाए जाने वाले शेल्टर सिर्फ सर्दियों तक ही बेघरों को ठौर देने के काम आ पाते थे, उसमें भी कई शेल्टर की हालत खराब ही रहती है। एनयूएलएम के तहत बनाए जाने वाले शेल्टर्स परमानेंट बनाए जाएंगे जो हर मौसम में सभी दिन बेघर जरूरतमंदों के लिए खुले रहेंगे। इसके अलावा हर शेल्टर होम में भ्0 से क्00 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। उसमें भी हर एक के लिए कम से कम भ्0 स्कावयर फीट जगह होगी। जिससे शेल्टर में भी उन्हें बेहतर जगह और आराम मिले।
एनजीओ से लेंगे मदद
शहर में इन शेल्टर होम्स को बनाए जाने के बाद उन्हें बिना खामी संचालित किया जाना बड़ी चुनौती होगी। जानकारों के मुताबिक किसी विभाग को इन शेल्टर होम्स को संचालित करने का जिम्मा डालना अच्छा कदम साबित न होगा। अधिकारियों ने भी इन शेल्टर्स को सभी सुविधाओं सहित संचालित करने के लिए सरकारी विभाग से बेहतर एनजीओ को इसकी जिम्मेदारी सौंपना बताया। इन शेल्टर होम्स में ठहरने वाले लोगों से मामूली फीस लिया जाना भी प्रपोजल में हैं, जिससे सुविधाओं को मेंटेन करने में मदद मिल सके।
स्ट्रीट वेंडर्स को भी फायदा
एनयूएलएम में शहर के पटरी-फेरी दुकानदारों के लिए सपोर्ट टू अर्बन स्ट्रीट वेंडर्स योजना है। इसके जरिए स्ट्रीट वेंडर्स को उनके रोजगार-दुकानदारी के लिए बेहतर जगह देने, लोन दिलाने, सोशल सिक्योरिटी देने और उनके स्किल्स डेवलेपमेंट को निखारने की सुविधा दी जानी है। सेंट्रल गर्वनमेंट की ही स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट के साथ ही इस योजना में सभी पटरी-फेरी दुकानदारों का चिन्हीकरण कर उन्हे लाइसेंस दिया जाना है। इसके लिए सिटी स्ट्रीट वेंडिंग प्लान भी तैयार किया जाना योजना में शामिल है।
एनयूएलएम के तहत बेघर गरीबों के लिए शेल्टर्स होम बनाए जाने की योजना है। इन शेल्टर होम्स में बेघर गरीबों को बेहतर सुविधाएं दी जानी हैं। वहीं स्ट्रीट वेंडर्स को उनके रोजगार के लिए बेहतर सुविधाएं देने की भी योजना है। इसे जल्द ही शुरू करने को कमेटी का गठन हो चुका है।
- शीलधर सिंह यादव, नगर आयुक्त