पार्को को बचाने की मुहिम में कॉलोनी की समितियां पिछड़ी
हरियाली बचाने की मुहिम में नहीं बढ़ रही जनता की हिस्सेदारी
BAREILLY: अपने घर के सामने ही बदहाल और बर्बाद हो चुके पार्को को बचाने का ख्याल भी बरेली की जनता को परेशान नहीं कर रहा। शहर के पार्कों खासकर कॉलोनी में बने तमाम पार्क की हालत तो इसी ओर इशारा करती है। हरियाली बनाए रखने को पार्को को जिंदा रखने की कोशिश को ऐसी कॉलोनी और समितियों का सहारा नहीं मिल पा रहा। आई नेक्स्ट की पार्को को बचाने की मुहिम में जनप्रतिनिधियों ने तो कदम आगे बढ़ा दिए, लेकिन आम जनता के हाथ अभी तक मदद को नहीं उठे। गौरतलब है कि आई नेक्स्ट के लगातार एफर्ट्स को देखकर ट्यूजडे को मेयर और पार्षदों ने पार्को की हालत को देखा और इसके लिए कदम उठाने की ठानी।
कब जागेंगी समितियां
शहर में निगम के तहत क्फ्ख् रजिस्टर्ड पार्क हैं। इनमें से आधे से ज्यादा पार्क कॉलोनी के दायरे में हैं। निगम ने इन पार्को को बनवाने के बाद कभी सुध लेने की मेहनत नहीं की, लेकिन यह भी कड़वी सच्चाई है कि ज्यादातर मामलों में कॉलोनी के लोगों, वहां की समितियों या शहर के खास क्लब, एनजीओ या संगठन ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। बर्बाद होते गए पार्को को बचाने में मेयर डॉ। आईएस तोमर ने भी इन समितियों से आगे आने की अपील की है पर फिलहाल कोई समिति अब तक नींद से नहीं जागी है।
हरियाली की ओर बढ़े कदम
श्यामगंज चौराहे पर कूड़ेघर में बदल चुके जवाहर पार्क को बचाने और इसे संजीवनी दे फिर से जिंदा करने की मुहिम शुरू हो गई है। दम तोड़ चुके इस पार्क में हरियाली उगाने की ओर पहला कदम उठाया गया है। नगर निगम की ओर से वेडनसडे को इस पार्क में फैले कूड़े को हटाने और साफ करने की कवायद पूरी की गई। वहीं पार्षद नेता राजेश अग्रवाल ने भी वेडनसडे सुबह लोकल दुकानदारों से पार्क को साफ करवाने में मदद करने की अपील की। पार्षद नेता ने अगले कुछ हफ्तों में इस पार्क को हरा भरा बनाने का एक बार फिर अपना संकल्प दोहराया है।