बरेली (ब्यूरो)। अगर आप हृदय रोग से पीडि़त हैं तो इन दिनों सुबह की सैर से तौबा कर लें, क्योंकि ठंड में हृदय की आर्टरी सिकुड़ जाती है। इस कारण ब्लड सर्कुलेशन की गति कम हो जाती है। ऐसे में अगर व्यक्ति अस्थमा से भी पीडि़त हो तो खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप जिम जाने की सोच रहे हैं तो पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें, क्योंकि जिम में हैवी वेट एक्सरसाइज आपके दिल के लिए खतरनाक हो सकती है। इसलिए अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही एक्सरसाइज करें। यानि दिल का हाल सुनकर उसके अनुसार ही एक्सरसाइज करें।
सर्दी में हार्ट अटैक क्यों
सर्दी में हार्ट अटैक के केसेज अधिक क्यों देखने को मिलते हैं, इसका सबसे आसान जवाब यह है कि सर्दी के मौसम में ठंड के कारण नसें सिकुडक़र सख्त हो जाती हैं। इन्हें एक्टिव करने के लिए ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है। इसके कारण दिल पर दबाव पड़ता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
सर्दी में बढ़ जाता है खतरा
हृदय रोग विशषज्ञों का कहना है कि रात में सोते समय शरीर की गतिविधि धीमी हो जाती है। साथ ही ब्लड प्रेशर और शुगर का स्तर भी कम हो जाता है। सुबह उठने से पहले ही शरीर का ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम उसे सामान्य स्तर पर लाने का काम करता है। यह सिस्टम हर मौसम में काम करता है, लेकिन सर्दी के मौसम में इस सिस्टम के लिए दिल को सामान्य की तुलना में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इस वजह से जिन्हें पहले से दिल की बीमारी होती हैं, उन्हें हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
इन लक्षणों का रखें ध्यान
सांस लेने में तकलीफ होना
सीने में जलन और दर्द होना
सीने में दबाव महसूस करना
पैर, टखने और तलवों में सूजन होना
हाथ, कमर, गर्दन और जबड़े में दर्द होना
अगर आपको दिल की बीमारी है तो इन लक्षणों के अनुभव होने पर एक्सपर्ट से राय लें।
अधिक पानी न पीएं
अनेक कामों के साथ-साथ दिल का एक काम शरीर में मौजूद रक्त यानी खून के साथ लिक्विड को पंप करना भी है। अगर आप अधिक मात्रा में पानी पीते हैं तो आपके दिल को पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ेगी, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। दिन भर में आपको कितनी मात्रा में पानी पीना चाहिए, इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही पानी का सेवन करें।
नमक का सेवन कम करें
अधिक नमक का सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है यह सबको मालूम है, लेकिन आपको यह भी पता होना चाहिए कि नमक आपके शरीर में पानी को रोकता है। अगर शरीर में पानी रुक जाएगा तो दिल को अधिक मात्रा में लिक्विड को पंप करना पड़ेगा।
सुबह जल्दी न उठें
अगर आपको पहले ही हार्ट अटैक आ चुका है या दिल की बीमारी है तो आपको सर्दी के मौसम में सुबह जल्दी उठ कर टहलने नहीं जाना चाहिए, क्योंकि सर्दी के मौसम में नसें पहले ही सिकुड़ी हुई होती हैं। ठंडे वातावरण में टहलने जाते हैं तो खुद को गर्म बनाए रखने के लिए शरीर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। साथ ही दिल को अधिक मेहनत करना पड़ता है। खुद को तनाव से बचाकर रखने की कोशिश करें।
हार्ट अटैक से पहले संकेत
विशेषज्ञ डॉक्टर के अनुसार हार्ट अटैक आने से पहले एक व्यक्ति खुद में कुछ लक्षणों को अनुभव कर सकता है जैसे कि थकान, नींद में गड़बड़ी, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी, चिपचिपाहट वाला पसीना होना, चक्कर और मतली आना आदि।
ऐसे करें ठंड से बचाव
शरीर को ठंडा होने से बचाएं और गर्म रखें। पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें और ठंड में रहने से बचें।
टोपी, स्कार्फ, मोजे जरूर पहनें।
खाना गरम खाएं और पानी भी गरम पिएं।
गीले कपड़े बिल्कुल भी न पहनें।
ठंड ज्यादा लगने पर तुरंत शरीर को गर्म करें।
अधिक पसीना बहाने वाली गतिविधि से बचें।
जाड़ों में कई बार प्यास नहीं लगती लेकिन शरीर में पानी की कमी रहती है इसलिए नियमित तौर पर गुनगुना या गर्म पानी पीते रहें।
खानपान से दिल बने मजबूत
ठंड में दिल को मजबूत रखने के लिए पौष्टिक तत्व से भरपूर आहार लें। इससे शरीर तो स्वस्थ रहता ही है, साथ ही दिल भी सेहतमंद रहता है। ऐसे भोजन से बचें जिनमें ट्रांस फैट ज्यादा होते हैं। नॉनवेज, नमक, शुगर, चिकनाई और जंक फूड का बहुत ज्यादा सेवन न करें। हार्ट की समस्या से बचने के लिए लाइफ स्टाइल को एक्टिव बनाएं। अपने आहार में मौसमी सब्जियां, हरी सब्जियां, नट्स और ड्राई फ्र ट्स, मछली, दूध आदि को शामिल करें और रोजाना थोड़ा वक्त धूप में बिताएं।
डेली करें वॉक
दिल को स्वस्थ रखने के लिए ब्रिस्क वॉक को बेहद फायदेमंद माना गया है। सर्दियों में भी 40 मिनट में 4 किलोमीटर वॉक करेंगे तो इससे आपकी हार्ट हेल्थ बेहतर होगी और हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाएगा। हालांकि यह सुबह जल्दी या रात को देर से नहीं करनी चाहिए।
सर्दियों में हार्ट अटैक के केसेज बढ़ जाते हैं। इसका कारण है बॉडी के अंदर जो नलियां होती हैं वह सर्दी में सिकुड़ जाती हैं। इससे हार्ट पर प्रेशर बढ़ जाता है। जो लोग रुटीन एक्सरसाइज या फिर वॉक करते हैं, वो सर्दी के कारण नहीं कर पाते हैं। इससे भी रुटीन बिगड़ जाता है। बीपी हाई होता है तो इसे कंट्रोल करें रुटीन चेकअप करवाते रहें।
डॉ। नितिन अग्रवाल, डीएम कॉर्डियोलॉजिस्ट