तो क्या स्ट्रेस कम हो गया?
सीबीएसई ने हाईस्कूल लेवल पर स्टूडेंट्स के बीच गलाकाट कॉम्पिटिशन और स्ट्रेस को खत्म करने के लिए ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया था। पढ़ाई का स्वरूप बदलते हुए सीसीई लागू कर दिया। यह स्टूडेंट्स के ओवरऑल परफॉर्मेंस पर बेस्ड होता है। इसके तहत स्टूडेंट के न तो इंडिविजुअल माक्र्स शो किए जाते हैं और न ही ओवरऑल। केवल ग्रेड प्वाइंट्स दिए जाते हैं।
चाहिए बेटर परसेंटेज
सीबीएसई ने स्ट्रेस कम करने के लिए ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया लेकिन स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन का क्राइटेरिया इसी को बढ़ा रहा है। स्कूलों ने इलेवेंथ में एडमिशन के लिए जो क्राइटेरिया लागू किया है वह स्टूडेंट्स के बीच प्रॉब्लम बढ़ा रहा है। रिजल्ट के बाद ग्रेडिंग सिस्टम ने उनके चेहरे पर जो रिलेक्सेशन दिया था, वह एडमिशन के टाइम पर चिंता में बदल रहा है। स्कूल परसेंटेज के आधार पर ही एडमिशन ले रहे हैं। उन्हें ग्रेडिंग का ख्याल नहीं है।
नो एडमिशन आफ्टर 75%
सिटी के कुछ प्रमुख स्कूलों ने एडमिशन का खाका खींचा है। उसके मुताबिक करीब 75 परसेंट माक्र्स से कम वाले स्टूडेंट्स का उन स्कूलों में एडमिशन नामुमकिन हो गया है। यहां तक कि स्कूल एडमिनिस्ट्रिेशन खुद अपने ही स्कूल के ऐसे स्टूडेंट्स को बाहर का रास्ता दिखा सकता है। जिन स्टूडेंट्स के माक्र्स 80 परसेंट से कम होंगे, उन्हें साइंस स्ट्रीम में एडमिशन लेने के लिए नाको चने चबाने होंगे।
साइंस की राह नहीं आसान
टॉप स्कूलों में एडमिशन की राह ताक रहे स्टूडेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। खासकर साइंस स्ट्रीम का ख्वाब देखने वाले स्टूडेंट्स की। एक बारगी जो स्थिति उभर कर आ रही है उसके मुताबिक करीब 80 परसेंट से कम माक्र्स वाले स्टूडेंट्स को साइंस स्ट्रीम से हाथ धोना पड़ेगा। उन्हें चाहकर भी अपने मनमाफिक स्ट्रीम में एडमिशन नहीं मिलेगा। यहां तक कि उन्हें अपने ही स्कूल से बेरुखी मिलेगी। अब या तो उन्हें मजबूरन स्ट्रीम चेंज करनी होगी या स्कूल चेंज करना पड़ेगा।
KV में मुश्किलें बढ़ी
केंद्रीय विद्यालयों के स्टूडेंट्स की भी समस्याएं बढ़ती दिख रही हैं। यहां पर इलेवेंथ में एडमिशन का जो क्राइटेरिया बनाया गया है उसके मुताबिक फस्र्ट डिविजन वाले स्टूडेंट्स को भी साइंस में एडमिशन मिलना नामुमकिन है। 72 परसेंट तक माक्र्स स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स को ही साइंस मिलने की उम्मीद है। बाकी स्टूडेंट्स को दूसरे स्ट्रीम से संतोष करना पड़ेगा।
यह है एडमिशन की क्लीयर पिक्चर
स्कूल साइंस कॉमर्स
बिशप कोनराड 9 सीजीपीए (85%) मैथ्स में बेटर %
विद्या भवन बी1 ग्रेड (76%) सी1 ग्रेड (60 %)
आल्मा मातेर 65 परसेंट 60 परसेंट
जीआरएम 80 परसेंट 75 परसेंट
बीबीएल ए2 ग्रेड (85.5%) बाकी सभी
केवी 7.6 सीजीपीए (72%) 6.4 सीजीपीए (60%)