- बहेड़ी में युवती के साथ रेप, चेहरे पर तेजाब डालने और हत्या का मामला
- पुलिस की नाकामी, अभी तक न तो पीडि़ता की पहचान हो पाई और न ही आरोपियों की
- एसिड अटैक की शिकार लक्ष्मी ने प्रशासन से एसिड अटैक रोकने की मांग की
BAREILLY: बरेली के बहेड़ी में युवती के साथ हुई हैवानियत की गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है, लेकिन इसे पुलिस की नाकामी ही कहेंगे कि घटना के पांच दिन बाद भी न तो पीडि़ता की पहचान हो पाई और न ही आरोपियों की। इस क्रम में वेडनसडे को दिल्ली से एसिड अटैक का दंश झेलने वाली लक्ष्मी अपनी एनजीओ 'स्टॉप एसिड अटैक' की टीम के साथ बरेली पहुंची। टीम ने बहेड़ी में हुई घटना की पूरी जानकारी ली और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई। एनजीओ ने बरेली में हुए एसिड अटैक को लेकर आरटीआई भी फाइल की है। वहीं वेडनसडे को भी कोतवाली में महिला ने जेठ के खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज कराई। इस साल अब तक करीब फ्भ् रेप की घटनाएं डिस्ट्रिक्ट में रजिस्टर की जा चुकी हैं। साथ ही यूपी पुलिस की वेबसाइट पर क्राइम अगेंस्ट वूमेन में दो महीने में ढाई सौ अधिक कंप्लेन ऑनलाइन दर्ज हो चुकी हैं।
पांचवें दिन भी नहीं हुई पहचान
बहेड़ी के ऐंठपुरा के जंगल में फ्क् मई को करीब ख्0 वर्षीय युवती की अर्द्धनग्न अवस्था में लाश मिली थी। पहचान छुपाने के लिए उसका चेहरा भी तेजाब डालकर खराब कर दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही सामने आया था, लेकिन पांच दिन बाद भी युवती के हत्यारों को गिरफ्तार करना तो दूर पुलिस युवती की पहचान भी नहीं कर पायी है। पुलिस ने युवती की पहचान के लिए उत्तराखंड व बरेली से सटे डिस्ट्रिक्ट में पुलिस की टीमें पंपलेट लेकर भेजी थीं। इसके अलावा व्हाट्सएप से भी उसकी पहचान की कोशिश की। वेडनसडे को भी व्हाट्सएप के जरिए गाजियाबाद की फैमिली ने बहेड़ी पहुंचकर पुलिस से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने भी युवती को पहचानने से इंकार कर दिया।
स्टॉप एसिड अटैक टीम पहुंची बरेली
'स्टॉप एसिड अटैक' की टीम के साथ एसिड अटैक का शिकार हुई लक्ष्मी, रूपा, रितु के अलावा आलोक दीक्षित, अभिलाश, विष्णु और कनिका शामिल थे। सबसे पहले टीम कलेक्ट्रेट पहुंचकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार बरेली में एसिड की बिक्री से जुड़े कानून और उसके फॉलो होने के संबंध में आरटीआई फाइल की। इसके साथ ही डीएम को एक लेटर भी लिखा, जिसमें बहेड़ी की घटना का जिक्र करते हुए बरेली में एसिड अटैक रोकने और खुले में एसिड की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की। टीम ने बरेली पहुंचने पर अपने फेसबुक पेज के कवर फोटो में भी बरेली की घटना का जिक्र किया। इसके साथ ही बरेली के बहेड़ी से जुड़ी घटना की पूरी डिटेल भी पोस्ट की और डीएम ऑफिस में मौजूदगी के कुछ फोटोग्राफ्स भी पोस्ट किए। थर्सडे को टीम पुलिस अधिकारियों से मिलेगी और घटनास्थल पर भी जाएगी।
लक्ष्मी ने नहीं मानी थी हार
'स्टॉप एसिड अटैक' एनजीओ लक्ष्मी के द्वारा बनायी गई है। यह एनजीओ महिलाओं व लड़कियों पर एसिड अटैक की घटनाओं को रोकने के लिए कैंपेन चलाती है और जिनके साथ घटना हो चुकी है उन्हें न्याय दिलाने का काम करती है। एनजीओ में लक्ष्मी के साथ ही एसिड अटैक से जुड़ी गर्ल्स भी शामिल हैं। लक्ष्मी ख्00भ् में खान मार्केट में एसिड अटैक का शिकार हुई थी। उस पर कुछ युवकों ने उसका चेहरा खराब करने के लिए तेजाब डाल दिया था। उस घटना के बाद लक्ष्मी ने हिम्मत नहीं हारी थी। लक्ष्मी पर एसिड फेंकने वाले राखी और गुड्डू जेल भी गए। वर्ष ख्00म् में लक्ष्मी ने सुप्रीम कोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की। जुलाई ख्0क्फ् में इसके आधार पर देश के सभी डिस्ट्रिक्ट में एसिड की खुलेआम बिक्री पर रोक लगाने का आदेश दिया। बिक्री होने पर जिम्मेदारी डीएम को सौंपी है। लक्ष्मी की हिम्मत और एसिड अटैक रोकने के प्रयास को देखते हुए मिशेल ओबामा ने भी उन्हें अवार्ड से सम्मानित किया।
हर हाल में स्टॉप हो एिसड अटैक
लक्ष्मी ने बताया कि जब मेरे ऊपर अटैक हुआ था तब सबसे पहला सवाल उठा था कि लड़कों के ऊपर से विश्वास उठ जाना चाहिए, लेकिन बाप और भाई भी तो पुरुष होते हैं और जिस डॉक्टर ने सर्जरी की वो भी पुरुष है। मेरा मानना है कि क्राइम व क्रिमिनल समाज से ही निकलकर आते हैं। इस तरह के 80 परसेंट केस वन साइड लव से ही जुड़े होते हैं । मां-बाप ही लड़का-लड़की में फर्क करते हैं और दोनों को ही लड़की का चेहरा अच्छा बताया जाता है। यही वजह है कि लड़कों के दिमाग में लड़की का चेहरा खराब करना सबसे पहले सामने आता है। ज्यादातर केस माइनर के साथ होते हैं। ऐसे में गर्ल्स को छोटी सी भी प्रॉब्लम पेरेंटस के साथ शेयर करनी चाहिए। मेरा उद्देश्य है कि देश से एसिड अटैक पूरी तरह से समाप्त हो जाए। किसी को भी एसिड अटैक नहीं करना चाहिए। वहीं एसिड अटैक का शिकार हुई रीतू व रूपा ने भी एसिड अटैक पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की है।
जेठ पर लगाया रेप का आरोप
कोतवाली में एक महिला ने जेठ पर ही रेप का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि ख्9 मई को उसके जेठ अश्विनी शर्मा ने दिन में उसके साथ रेप किया। इस पर महिला ने अपने पति को इसकी सूचना देकर रूद्रपुर से बुलाया। जब वह मठ चौकी में शिकायत करने गई तो आरोपी वहां पहले से ही मौजूद था। उसने पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने न तो उसका मेडिकल कराया और न ही एफआईआर दर्ज की। ख् जून को महिला ने मामले की शिकायत एसएसपी से की, जिसके बाद वेडनसडे को आरोपी के खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज कर ली गई।
अब तक फ्भ् रेप की एफआईआर
बरेली में भी दरिंदगी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। वर्ष ख्0क्ब् में ही अब तक रेप के फ्भ् मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें कुछ मामले महिलाओं तो कुछ मासूम बच्चों के साथ हुए। यही नहीं छेड़खानी की घटनाएं तो लगातार सामने आ रही हैं। टयूजडे को भी नवाबगंज व भोजीपुरा में रेप की वारदात सामने आयी थीं।
दो माह में ढाई सौ से ज्यादा कंप्लेन
यूपी में महिलाओं के साथ होने वाले क्राइम पर कंट्रोल के लिए यूपी पुलिस की वेबसाइट पर क्राइम अगेंस्ट वूमेन की शुरुआत की गई थी। इस पर कोई भी महिला अपराध संबंधित ऑनलाइन शिकायत कर सकता है। शिकायत पर डिस्ट्रिक्ट पुलिस को एक्शन लेकर इसकी रिपोर्ट भी ऑनलाइन डालनी होती है। इस सर्विस को दो महीना शुरू हो गए हैं, जिसमें अब तक ढाई सौ शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। इसमें बरेली से ही तीन शिकायतें हुई हैं।