आज से शुरू हो जाएगा बड़ा बाइपास, हैवी व्हीकल्स के जाम से मिलेगी राहत
अधिकारी करेंगे परसाखेड़ा से दोपहर दो बजे ट्रैफिक का संचालन
BAREILLY: आखिरकार सारे रोड़े हटने के बाद बड़ा बाइपास शुरू होने का रास्ता साफ हो गया। मंडे को दोपहर दो बजे बड़ा बाइपास पर ट्रैफिक चालू हो जाएगा। एडीएम ई ने संडे शाम को बाइपास का निरीक्षण किया। बड़ा बाइपास के चालू होने से शहर को ट्रैफिक जाम से काफी राहत मिलने की उम्मीद है। यही नहीं इसके शुरू होने के बाद ट्रांसपोर्टनगर भी बसना स्टार्ट हाे जाएगा।
विधिवत उद्घाटन बाद में
एडीएम ई अरुण कुमार ने बताया कि बड़ा बाईपास पर ट्रैफिक की शुरुआत परसाखेड़ा से की जाएगी। इसकी शुरुआत मेयर आईएस तोमर, कमिश्नर विपिन कुमार द्विवेदी, डीआईजी आरकेएस राठौर, एसएसपी जे रविंद्र गौड, नगर आयुक्त शीलधर यादव, बीडीए सचिव गरिमा यादव और पुलिस-प्रशासन व एनएचएआई के अन्य अधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। अभी बाइपास पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ है इसलिए अभी इसका विधिवत उद्घाटन नहीं किया जाएगा ।
ट्रैफिक पुलिस दिखाएगी रास्ता
दो बजे के करीब परसाखेड़ा में कुछ बड़े वाहनों को रोका जाएगा। उसके बाद ट्रैफिक पुलिस आगे-आगे जाएगी और रजऊ तक ट्रैफिक को बाइपास से एनएच ख्ब् पर बाहर निकालेगी। उसके बाद पूरी तरह से ट्रैफिक शुरू हो जाएगा। ट्रैफिक शुरू होने से रामपुर, मुरादाबाद, दिल्ली, हल्द्वानी, नैनीताल और पीलीभीत-बीसलपुर की ओर जाना वाला ट्रैफिक बाहर-बाहर से ही निकल जाएगा। इन रूट्स पर करीब एक लाख व्हीकल डेली सिटी से होकर गुजरते हैं लेकिन अब सिटी से इनका दबाव खत्म हो जाएगा। बड़ा बाइपास चालू होने से सिटी में हैवी व्हीकल्स की वजह से लगने वाले जाम से भी भी राहत मिलेगी।
लाइन शिफ्टिंग बनी थी रोड़ा
बड़ा बाइपास शुरू होने में सबसे बड़ी दिक्कत तीन जगह पड़ने वाली हाईटेंशन लाइन की थी। हाईटेंशन लाइन की हाइट नीचे थी, जिससे वाहनों के टकराने व आग लगने के हादसे का डर बना रहता था। इसी वजह से प्रशासन बाइपास शुरू नहीं कर रहा था। लाइन शिफ्टिंग का काम शुरू भी किया गया था, लेकिन इसमें काफी देरी हो गई थी। इसके चलते ख्0 अगस्त की डेट टालकर एक सितंबर करनी पड़ गई थी। इसके अलावा एनएचएआई का भी कुछ काम बाकी रह गया था।
अगला पड़ाव ट्रांसपोर्टनगर
बड़ा बाइपास स्टार्ट होने के बाद ट्रांसपोर्ट नगर बसाने का काम भी तेज गति से शुरू हो जाएगा। अभी तक प्रशासन कुछ नरमी बरते हुए था। वहीं प्रशासन का यह भी मानना है कि बड़ा बाइपास शुरू होने से ज्यादातर ट्रक बाहर से ही निकलेंगे इसलिए ट्रांसपोर्टर खुद वहां जाना पसंद करेंगे और जो नहीं जाएंगे तो उन्हें भी भेजा जाएगा।