- फ्राइडे को हुई एक एमएम बारिश
- अरेबियन सी से उठ रही चक्रवाती हवा
- सामान्य से 9 डिग्री कम रहा मैक्सिमम टेंप्रेचर
BAREILLY: बारिश के रिवर्स गेयर ने मौसम के मिजाज को एक बार फिर 'ठंडा' कर दिया। थर्सडे रात हुई बारिश ने फ्राइडे को भी बरेलियंस को भिगोया। इससे हैवी वूलेंस को वॉर्डरोब में बंद कर चुके बरेलियंस को फिर अपने ऊनी कपड़े निकालने पड़े। वेदर एक्सपर्ट की मानें तो मौसम में आया यह चेंज चक्रवाती हवा की वजह से है और अगले कुछ दिनों तक वेदर ऐसा ही बना रहेगा।
एक एमएम हुई बारिश
दो दिन हुई बारिश के असर से पारा भी धड़ाम हो गया। फ्राइडे को मैक्सिमम टेंप्रेचर सामान्य से 9 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मैक्सिमम टेंप्रेचर क्भ्.7 व मिनिमम टेंप्रेचर क्0.ख् डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वेदर एक्सपर्ट्स के अकॉर्डिग फ्राइडे को एक एमएम बारिश हुई।
अरेबियन हवा बना रही दबाव
वेदर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अरेबियन सी से उठ रही चक्रवाती हवा का बढ़ता प्रेशर बारिश का कारण बन रहा है। फरवरी में इस तरह की सिचुएशन ख्-फ् बार बनती है, जबकि नवंबर व दिसंबर में चक्रवाती हवा की फ्रिक्वेंसी 8-8 बार बनती है। इन हवाओं का असर पांच दिनों तक बना रहता है। ऐसे में बरेलियंस को कुछ दिन और ठंड फेस करनी पड़ सकती है।
सूरज का तेज भी फीका
आसमान में छाए बादलों ने सूर्य के तेज को भी फीका कर दिया। ठंड से कांप रहे बरेलियंस पूरे दिन सूरज की झलक पाने के लिए बेताब दिखे। हालांकि दोपहर ख् बजे के करीब सूरज की झलक एक मिनट देखने को मिली, लेकिन उसके बाद बादलों ने सूरज एक बार फिर घेर लिया।
दक्षिण पूर्वी हवा चल रही हैं। फरवरी में इस तरह की सिचुएशन कम देखने को मिलती है। सबसे अधिक चक्रवाती हवा का असर दिसम्बर में रहता है। अभी बारिश की संभावना बनी रहेगी।
राजेश कुमार, वेदर एक्सपर्ट, बरेली