- कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम ने किया खुलासा, गैंग के चार बदमाश अब भी फरार
बरेली: भरे बाज़ार और कॉलोनी मोहल्लों में खड़ी बाइकों पर हाथ साफ करने वाले एक ऑटो लिफ्टर गैंग के दो शातिर बदमाशों को कोतवाली पुलिस ने एसओजी की टीम के साथ मिलकर दबोच लिया। बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस ने 11 बाइक भी बरामद की हैं। पूछताछ के बाद थर्सडे को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने मामले का खुलासा किया। कार्रवाई के बाद पुलिस ने दोनों बदमाशों को जेल भेज दिया। वहीं पुलिस अब गैंग के अन्य फरार चार बदमाशों की तलाश कर रही है।
शौक पूरे करने को बने चोर
पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए बदमाश कैंट के गांव ठिरिया निवासी तस्लीम खान और गांव उमरिया निवासी शहीद खान ने बताया कि उनकी गांव में ही कपड़ों कि दुकानें हैं। जिससे उनके घर चलते हैं। लेकिन यार दोस्तों के साथ रहकर उन्हें महंगी चीजों का शौक लग गया। जिसके लिए वह लोग गाडियां चोरी करने लगे। बताया कि पिछले करीब दो सालों से दोनों इस गैंग के साथ चोरियां कर रहे हैं। अब तक करीब 100 से ज्यादा बाइकें भी चुराकर बेच चुके होंगे।
दो महीने पहले जेल से छूटे
पकड़े गए शातिरों ने बताया कि नकटिया का दानिश, नबीनगर का इमरान व गुड्डू और सुभाषनगर का नईम लगभग दो महीने पहले ही जेल से छूटकर आए थे। पहले भी बाइक चोरी के मामलों में यह लोग जेल जा चुके हैं। यह लोग अक्सर भरे बाज़ार से बाइकें चोरी करके उन्हें सस्ते दामों में बेच देते थे। बताया कि उनका गैंग ज्यादातर शहर के इलाकों में ही सक्रिय रहता है।
8 से 10 हजार में बेचते थे बाइक
पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि वह लोग बाइक चुराने के बाद उनकी नंबर प्लेट्स बदल देते थे। जिसके कागजात होते थे उस वैसे ही वरना फर्जी कागजात बनाकर उन्हें आठ से दस हजार रुपए में देहात क्षेत्र में बेच दिया करते थे। अक्सर अपनी चुराई बाइकों के साथ फरार बदमाशों की चुराई बाइकें भी बेचते थे। जिसमें उन्हें मोटा कमीशन भी मिलता था।