बिना बोर्ड बैठक की मंजूरी नगर निगम ने हायर की थी एजेंसी

नए रिकॉर्ड रूम बनाने व दस्तावेजों को सेफ रखने के निर्देश

BAREILLY:

शहर में टैक्स सर्वे करने वाली एजेंसी को हायर करने का मामला आने वाले दिनों में भी तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। नगर निगम की ओर से बिना बोर्ड व कार्यकारिणी के अप्रूवल के ही सर्वे एजेंसी को हायर करना ऑडिट जांच में जिम्मेदारों के गले की हड्डी बनेगा। बिना मंजूरी लाखों के खर्च पर एजेंसी से काम कराए जाने पर निगम के जानकारों ने ऑडिट ऑब्जेक्शन होने की आशंका जता दी है। मेयर डॉ। आईएस तोमर ने भी टैक्स के लिए हायर की गई सर्वे एजेंसी पर ऑडिट ऑब्जेक्शन होने के खतरे से अधिकारियों को चेता दिया है।

टैक्स बिलों में हुई गड़बडि़यां

नए करदाताओं को जोड़ने व पुराने करदाताओं के भवनों की नाप-जोख का काम सर्वे एजेंसी को दिया गया। जिसके बाद निगम में टैक्स बिलों में गड़बडि़यों की शिकायत करने की बाढ़ सी आ गई। गड़बडि़यां भी ऐसी कि एक ही भवन में तीन से चार बिल तक जारी कर दिए गए। जिसके बाद पब्लिक के साथ ही पार्षदों ने एजेंसी के काम पर सवाल उठाते हुए विरोध्ा जताया।

एजेंसी पर खर्च में भी विवाद

एजेंसी को हायर करने में नगर निगम के नियमों को ताक पर रखने वाले जिम्मेदारों पर सर्वे में होने वाले खर्च को लेकर भी सवाल उठाए गए। एजेंसी के ख्ब् कर्मचारियों की सेलरी निगम के खाते से अदा की जाती है। हर कर्मचारी की सेलरी मिनिमम 7भ्00 रुपए है। इस तरह निगम ने पिछले म् महीेनों में ही लाखों रुपए खर्च किए गए। कार्यकारिणी की बैठक में पार्षदों ने इस खर्च का हिसाब मांगा था। साथ ही कर्मचारियों को चेक की बजाय नकद भुगतान करने पर भी विवाद हुआ।

नया रिकॉर्ड रूम बनाने के निर्देश

टैक्स अनियमितताओं पर अधिकारियों पर नाराजगी जताने वाले मेयर ने कोर्ट में चल रहे टैक्स के मामलों में भी बरती जा रही ढिलाही पर चिंता जताई। मेयर ने निगम के रिकॉर्ड रूम में लापरवाही से रखे गए दस्तावेजों की हालत पर भी नाराजगी दिखाई थी। मेयर ने अधिकारियों को टैक्स से जुड़ी पुरानी व अहम फाइलों और रिकॉ‌र्ड्स को सेफ रखने के लिए नए रिकॉर्ड रूम बनाने के निर्देश दिए है।