बरेली (ब्यूरो)। शहर का पाश इलाका रामपुर गार्डन। बड़े शोरूम, दुकानें, अस्पताल, अधिकारियों के आवास। करीब 500 सीसीटीवी कैमरों से लैस, 100 गार्ड 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात। 24 घंटे लोगों की आवाजाही। पुलिस चौकी और कोतवाली भी बेहद करीब। बावजूद इसके सख्त सुरक्षा व्यवस्था को भेदते हुए चोरों ने दो कारों पर हाथ साफ कर दिया। एक ही रात में रामपुर गार्डन से पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता और व्यापारी की कार चोरी कर ली। चोरी के तरीके को देखकर पुलिस भी हैरान हैं। पुलिस ने प्राथमिकी लिख कर तफ्तीश शुरू कर दी है।

गाडिय़ां लेकर फरार हो गए
पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता पंकज वर्मा ने पुलिस को बताया कि वह अपने साथी राकेश कुमार नौटियाल के साथ रामपुर गार्डन में एचएस अग्रवाल के मकान में रहते हैं। शनिवार शाम करीब 7.15 बजे वह घर आए और हर दिन की तरह मकान के साइड में ही गाड़ी पार्क कर दी। अगली सुबह करीब 7:15 बजे वह घर के बाहर आए तो देखा कि गाड़ी नहीं थी। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इसके कुछ देर बाद रामपुर गार्डन में ही रहने वाले मनीष मित्तल कोतवाली पुलिस के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शनिवार रात करीब 9:30 बजे उन्होंने भी अपनी कार घर के बाहर खड़ी की थी। सुबह जब वह 8:30 बजे घर के बाहर आए तो उनकी गाड़ी नहीं थी। पुलिस ने दोनों मामलों की प्राथमिकी लिखने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी। सीसीटीवी खंगाले गए तो देखा कि चार पहिया एक गाड़ी से कुछ चोर आए और गाड़ी के पास एक व्यक्ति उतरा। उसने गाड़ी में न चाबी लगाई न ही कोई पेचकस आदि से खोलने का प्रयास किया। इसके बाद भी न जाने कैसे गाड़ी खुल गई। चोर गाड़ी में बैठा और स्टार्ट करके गाड़ी चुरा ले गया। दोनों गाडिय़ों को चुराने का तरीका एक ही था। जिस गाड़ी में बैठे चोरों ने अभियंता की गाड़ी चुराई थी, उन्हीं ने मनीष मित्तल की कार भी चुराई। एक गाड़ी को चुराने में चोरों से अधिकतम 15 मिनट का समय लिया। कुल मिलाकर 30 मिनट के भीतर ही चोर दो गाडिय़ां लेकर फरार हो गए।

नंबर प्लेट भी फर्जी
चोर कितने शातिर थे पुलिस को इसका अंदाजा लगाने में ज्यादा देर नहीं लगी। चोरों की चार पहिया गाड़ी पर जो नंबर प्लेट लगी थी उसे सर्च किया गया तो वह नंबर प्लेट ही फर्जी मिली। किसी दूसरी गाड़ी की नंबर प्लेट लगाकर चोर गाड़ी चला रहे थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उनकी लोकेशन निकाल ली है। वह चोरी की गाड़ी को कैंट क्षेत्र की ओर लेकर भागे हैं। पुलिस का कहना हैं कि जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।

चोरों को पहले से मालूम थी
यह चोरी कोई अचानक से नहीं की गई, बल्कि पिछले कई दिनों की प्लाङ्क्षनग और रेकी के साथ की गई है। चोरों का यह बखूबी मालूम था कि रामपुर गार्डन में हर जगह सीसीटीवी कैमरे और सिक्योरिटी गार्ड लगे हुए हैं, इसलिए उन्होंने ऐसी गली को चुना जहां पर रात के समय सन्नाटा हो जाता है। वहां पर न तो ज्यादा वाहनों का आवागमन होता है न ही उस लाइन में कोई अस्पताल आदि हैं जिससे लोगों का आना जाना हो। जहां चोरी हुई उन दोनों गलियों में सन्नाटा रहता है। यह बात चोर जानते थे कि जहां से वह गाडिय़ां चुराने वाले हैं, वहां पर आस-पास में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं इसलिए चोरों ने मास्क का प्रयोग किया जिससे उनके चेहरे की पहचान न हो सके।


कैमरों से मिल रही मदद
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी मानीटङ्क्षरग आइसीसीसी से की जा रही है। पुलिस को स्मार्ट सिटी के कैमरों से काफी मदद मिल रही है। ऐसा कोई इस केस में नहीं बल्कि हर केस में शहर की सड़कों पर लगे स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी कैमरे गाड़ी की लोकेशन बताने में भूमिका निभा रहे हैं। चोरों को यह भी बेहतर ढंग से मालूम था कि कैंट की ओर जाने पर उन्हें कम सीसीटीवी कैमरों से होकर गुजरना होगा। इसलिए चोर गाड़ी को कैंट की ओर लेकर ही फरार हुए हैं।

वर्जन ::
चोरों ने दो गाडिय़ां चुराई हैं। सीसीटीवी के आधार पर उनकी जांच पड़ताल की जा रही है। जो नंबर प्लेट उन्होंने अपनी गाड़ी पर लगाई थी, वह फर्जी थी। चोरों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
-- दिनेश शर्मा, इंस्पेक्टर कोतवाली।