- एटीएम में ई सर्विलांस और ऑटो डायलर डिवाइस लगाने का काम शुरू

- सबसे पहले सेंसिटिव एरिया के एटीएम में लगाए जा रहे हैं यह सिस्टम

BAREILLY: एटीएम काटना अब चोरों के लिए आसान नहीं होगा। एटीएम कटते ही अब सायरन बजेंगे। चोरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एसबीआई ने ई-सर्विलांस व ऑटो डायलर डिवाइस लगाने का काम शुरू कर दिया है। जो पुलिस को अलर्ट करने का काम करेगी। वहीं ई सर्विलांस के माध्यम से बैंक के अधिकारी एटीएम की प्रॉपर मॉनीटरिंग करने का काम करेंगे।

पायलट प्रोजेक्ट के तहत

पायलट प्रोजेक्ट के तहत एसबीआई ने अपने सभी एटीएम में ई सर्विलांस और ऑटो डायलर डिवाइस लगवाने का काम कर रहा है। बरेली और बदायूं के दस एटीएम में सिस्टम लगाए भी जा चुके हैं। बैंक ने इस काम की जिम्मेदारी नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी को सौंप रखी है।

सबसे पहले सेंसिटिव एरियाज

एक एटीएम में ई सर्विलांस और ऑटो डायलर डिवाइस लगाने का खर्च लगभग ख्0 हजार आ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि, फ‌र्स्ट फेज में यह सिस्टम सबसे पहले सेंसिटिव एरिया के एटीएम में लगाए जा रहे हैं। बरेली में एसबीआई के ख्ब् ब्रांच हैं। पूरे बरेली में 9फ् एटीएम लगे हुए हैं.सभी एटीएम में ऑटो डायलर डिवाइस और ई सर्विलांस लगाए जाने के काम किए जाने हैं।

चोरी के प्रयास मात्र से बजेगा सायरन

ऑटो डायलर डिवाइस को एटीएम में फिक्स्ड रहेगा। जिसकी कनेक्टिविटी स्थानीय पुलिस थाने और चौकी से होगी। यदि, कोई भी व्यक्ति एटीएम के साथ छेड़छाड़ करता है तो, डिवाइस तुरंत इस बात की इंफॉर्मेशन पुलिस थाने में देनी शुरू कर देगी। जबकि, ई-सर्विलांस बैंक अधिकारियों की देखरेख में होगा।

सुरक्षा की दृष्टि से अलॉर्मिग डिवाइस लगाए जाने का काम हो रहा है। अभी तक दस एटीएम में सिस्टम लगाया भी जा चुका है। उम्मीद है कि डिवाइस एटीएम चोरों पर रोक लगाने का काम करेगी।

अनिल चोपड़ा, डीजीएम, एसबीआई