- महिलाओं को सबल बनाने के लिए गरुण डिविजन ने शुरू किया वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्स
<- महिलाओं को सबल बनाने के लिए गरुण डिविजन ने शुरू किया वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्स
BAREILLY: BAREILLY: सेना ने महिलाओं को शिक्षित और सबल बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। भारतीय सेना ने अब महिलाओं को भी सशक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। सेना के जवानों और अधिकारियों की पत्िनयों को वोकेशनल ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके लिए डिविजन के भीतर गरुण वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की गई है।
पंद्रह सौ को दी जा रही ट्रेनिंग
वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर के अंतर्गत कोर्सेज में महिलाओं को नाममात्र की मामूली रकम जमा करनी पड़ती है। ट्रेनिंग सेंटर में सिलाई,कढ़ाई, बुनाई, ब्यूटी पॉर्लर, फैशन डिजाइनिंग, कम्प्यूटर कोर्स, बैग मेकिंग, कुकिंग, खिलौने बनाना, आचार,पापड़ और इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें करीब क्भ्00 से ज्यादा महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
एनटीटी में सर्वाधिक आवेदन
वोकेशनल कोर्सेज में हाल ही में नर्सरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स भी एड किया गया है। जिसमें ग्रेजुएट महिलाओं को टीचर बनने की योग्यता दी जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन एनटीटी कोर्स में ही हुए हैं। क्योंकि टीचर ट्रेनिंग के जरिए सेना की ओर से जारी सर्टिफिकेट के आधार पर लेडीज स्कूलों में टीचर बन सकती हैं।
कोर्सेज के माध्यम से महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनेंगी बल्कि समाज में एक जिम्मेदार नागरिक भी बनेंगी।
मधु भाकुनी, अध्यक्षा, गरुण डिविजन
ग्रेजुएट होने के नाते पहले केवल ट्यूशन पढ़ा सकती थी, लेकिन एनटीटी करने की वजह से अब टीचर बनने की योग्यता भी मिल जाएगी।
मनीषा सिन्हा, ट्रेनी एनटीटी
वोकेशनल ट्रेनिंग के जरिए सिलाई सीख रही हूं। अपने घर के साथ पड़ोस की महिलाओं के भी कपड़े भी सिलती हूं। इससे घर खर्च कम करने में थोड़ी मदद मिली है।
किरन नेगी,ट्रेनी ब्यूटी पार्लर