-28 मार्च को ही कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद सेना ने आम लोगों के लिए बंद कर दी थी 883 एटी रोड
बरेली : बरेली सैन्य छावनी में आम नागरिकों से जुड़ा सबसे अहम रास्ता आखिरकार सेना ने खोल दिया है। पुलवामा अटैक और इसके बाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस के मद्देनजर पिछले करीब छह महीने से यह रास्ता बंद था। हाल में जिले के दो पूर्व मंत्रियों सांसद संतोष कुमार गंगवार और कैंट विधायक राजेश अग्रवाल ने भी 883 एटी घोड़ा बटालियन रोड खोलने के लिए छावनी परिषद को पत्र लिखा था। शनिवार को गेट खुलने के बाद अब सेटेलाइट तिराहे से बियावानी कोठी की ओर आने वाले छोटे वाहन सीधे गुजर सकेंगे। हालांकि सेटेलाइट तिराहे की ओर जाने वाला रास्ता अभी नहीं खोला गया है। यानी ये रास्ता वन-वे होगा।
अब आईडी से दर्ज होगा रिकार्ड
अभी तक घोड़ा बटालियन रोड से गुजरने के लिए राहगीरों को गेट पर तैनात सैनिकों को आईडी कार्ड दिखाना पड़ता था। लेकिन शनिवार को आईडी कार्ड दिखाने के साथ ही रिकार्ड भी दर्ज किया। वहीं, बिना मास्क लगाए पहुंचे लोगों को मुंह और नाक ढककर ही गुजरने की ताकीद भी दी गई।
सड़क बंद रखने की रखी सिफारिश
छावनी क्षेत्र की 883 घोड़ा बटालियन रोड बंद रखने की सिफारिश सेना ने कुछ दिन पहले छावनी परिषद से की थी। इसके लिए सेना ने कोविड-19 का अभी तक बाकी असर और सुरक्षा का हवाला दिया था। इस बाबत कैंट बोर्ड में सिफारिशी पत्र भेजा गया था। हालांकि छावनी परिषद ने अधिसूचना जारी कर गेट स्थाई रूप से बंद रखने से पहले जनता से आपत्ति और सुझाव मांगे हैं। इसके एक महीने के अंदर जवाब देना होगा।
28 मार्च 2021 को बंद हुआ था गेट
14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा के लिहाज से सैन्य क्षेत्र के आम रास्ते बंद हुए थे। इसी फैसले के तहत 883 एटी घोड़ा बटालियन रोड भी बंद हुआ था। इसका असर सैटेलाइट से कैंट या सिविल लाइंस की ओर आने वाले लोगों पर पड़ा था। वजह, लोग सबसे ज्यादा उपयोग इसी रास्ते का करते थे। इसके बाद 21 फरवरी 2021 लंबे समय बाद खुला तब रास्ता वन-वे कर दिया था। यानी सेटेलाइट तिराहे की तरफ से हल्की गाडि़यों के लिए बियावानी कोठी की तरफ आने के लिए ही रास्ता खोला गया था। हालांकि 28 मार्च को ही कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद रास्ता फिर से बंद हो गया था। इससे पहले 2009 में और फिर सितंबर 2013 में भी घोड़ा बटालियन रोड समेत अन्य आम रास्ते बंद हुए थे।
सेना की ओर से सुरक्षा का हवाला देते हुए घोड़ा बटालियन रोड बंद रखने की सिफारिश आई है। हालांकि बोर्ड अधिनियम के मुताबिक सूचना जारी कर एक महीने के अंदर आपत्ति एवं सुझाव मांगेगा। इसके बाद ही आगे का फैसला होगा।
- आरके माहेश्वरी, सहायक अभियंता, छावनी बोर्ड