दूसरे कनेक्शन का सिलेंडर @ 1276 रुपए

गैस कनेक्शन में नई व्यवस्था लागू किए जाने के बाद एक बार फिर कंज्यूूमर्स की टेंशन बढऩे वाली है। केवाईसी फॉर्म न भरने वाले हजारों कंज्यूमर्स पर पेट्रोलियम कंपनीज की निगाह टेढ़ी हो गई हैं। नए सर्कुलर के मुताबिक अगर आपने एक से ज्यादा गैस कनेक्शन होने के बावजूद केवाईसी फॉर्म नहीं भरा है तो 1 जनवरी 2013 से आपका कनेक्शन ऑटोमेटेकली एग्जेम्पटेड कैटेगरी में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसके बाद आपको इस कनेक्शन का गैस सिलेंडर लेने के लिए नॉन सब्सिडाइज्ड रेट से भी ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे।

14 सितंबर से लागू है व्यवस्था

सब्सिडी पर मिलने वाले सिलेंडर्स की संख्या लिमिटेड किए जाने के बाद शासन और कंपनीज ने कई सर्कुलर जारी किए हैं। ये कवायद पेट्रोलियम कंपनीज को भारी घाटे से बचाने के लिए की गई है। सेंट्रल गवर्नमेंट ने 14 सितंबर को साल में सब्सिडी पर दिए जाने वाले सिलेंडर्स की संख्या 6 कर दी थी।

31 दिसंबर थी last date

पेट्रोलियम कंपनीज मल्टी कनेक्शन के जरिए सब्सिडी का फायदा उठाने वाले कंज्यूमर्स को आईडेंटिफाइड करके शिकंजा कसना चाहती हैं। इसके लिए केवाईसी प्रक्रिया शुरू की गई.  इसमें बरेली जिले में इंडेन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत गैस पेट्रोलियम कंपनीज के दो कनेक्शन यूज करने वाले हजारों कंज्यूमर्स सामने आए। ऐसे कंज्यूमर्स को 31 दिसंबर तक केवाईसी भरकर कनेक्शन सिक्योर करना था।

367 रुपए का अतिरिक्त भुगतान

जिन डबल कनेक्शन होल्डर्स ने इस समय सीमा के अंदर केवाईसी भरकर एजेंसी पर जमा नहीं किया है उन्हें 1 जनवरी के बाद एग्जेम्पटेड कैटेगरी में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इस नियम का प्रभाव तीनों कंपनीज के लगभग 35,000 कनेक्शन होल्डर्स पर पडऩे की संभावना है। इस कैटेगरी के कंज्यूमर्स को 1 जनवरी के बाद से सिलेंडर की डिलीवरी पर नॉन सब्सिडाइज्ड कैटेगरी से भी 367 रुपए

ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा। भारत गैस सर्विस ने डिस्ट्रिक्ट में मल्टी कनेक्शन वाले 75,000 रेजिडेंट्स को आईडेंटिफाई किया था। इनमें से 65,000 रेजिडेंट्स ने केवाईसी फॉर्म से अपनी डीटेल एजेंसी को दे दी है। इंडेन कंपनी ने ऐसे 65,000 रेजिडेंट्स को आईडेंटिफाई किया था। जिनमें से 45,000 कंज्यूमर्स ने केवाईसी के जरिए अपना डाटा भेज दिया है। ऐसा ही हाल हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनी का भी है।

'कंज्यूमर्स को होगा फायदा'

इंडेन कंपनी के एरिया मैनेजर पी। प्रकाश बताते हैं कि ऐसा कंज्यूमर्स को मुसीबत से बचाने के लिए किया गया है। 31 दिसंबर के बाद केवाईसी न भरने वाले मल्टी कनेक्शन होल्डर्स का कनेक्शन बंद किया जाना है। ऐसे में हम सहूलियत दे रहे हैं। उनका कनेक्शन बंद न हो, इसलिए उन्हें एग्जेम्पटेड कैटेगरी में ट्रांसफर किया जा  रहा है। इससे अतिरिक्त भार तो उठाना पड़ेगा मगर उनकी रसोई ठंडी

नहीं होगी।

तीनों कैटेगरी के रेट

सिलेंडर का सब्सिडाइज्ड रेट

416 रुपए

सिलेंडर का नॉन सब्सिडाइज्ड रेट

909 रुपए

सिलेंडर का एग्जेम्पटेड रेट

1276 रुपए

देना होगा शपथ पत्र

एग्जेम्पटेड कैटेगरी में ट्रांसफर होने वाले कंज्यूमर्स को सब्सिडी का लाभ लेने के लिए शपथ पत्र देना होगा। कंज्यूमर को फोटो, आईडी प्रूफ के साथ में अप्लीकेशन देना होगा। एजेंसी से कंज्यूमर द्वारा दी गई इनफार्मेशन की सत्यता परखी जाएगी। फिजीकल वैरीफिकेशन के बाद अगर सब कुछ सही पाया जाता है, तो कनेक्शन दोबारा से शुरू किया जाएगा।  

केवाईसी फॉर्म भरने की लास्ट डेट काफी पहले घोषित की जा चुकी है। इसके बावजूद जिन मल्टी कनेक्शन कंज्यूसर्म ने अपनी डीटेल सब्मिट नहीं की है। उनका कनेक्शन एग्जेम्पटेड कैटेगरी में ट्रांसफर हो जाएगा।  

-पी.प्रकाश, एरिया मैनेजर, इंडेन

इस संबंध में 3 दिन पहले मेल आया है। नए साल पर लापरवाही करने वाले कंज्यूमर्स को सिलेंडर लेने के लिए अब नॉन सब्सिडाइज्ड रेट से भी ज्यादा भुगतान करना होगा। बरेली में तीनों कंपनीज के मिलाकर 35,000 से  ज्यादा कनेक्शन ऐसे हैं जो इस दायरे में आते हैं।  

-रंजना सोलंकी, प्रेसीडेंट,  गैस डीलर एसोसिएशन

हमारी कोशिश है कि मल्टी कनेक्शन वाले कंज्यूमर्स पर शिकंजा कसें। इस क्रम में ये प्रयास किया गया है। जिन्होंने डिटेल नहीं भेजी है, उन्हें अब एग्जेम्पटेड कैटेगरी में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

-पवन कुमार, भारत पेट्रोलियम कंपनी