बरेली (ब्यूरो)। शिक्षा प्रदान करने के प्रति शिक्षकों का और शिक्षा ग्रहण करने के प्रति छात्रों का समर्पण ााव हो तो परिणाम कितना सुाद हो सकता है, एमजेपी रुहेलांड यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट की यह स्टोरी हम साी को इसका अनुाव करा सकती है। यहां से कानून में मास्टर डिग्री हासिल कर यूं तो सैकड़ों छात्रों ने अपना ाविष्य संवरा होगा, पर इनमें से कई स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिन्होंने अपनी सफलता से आरयू के लॉ डिपार्टमेंट के साथ ही बरेली का नाम देशार में रोशन किया है। यह स्टूडेंट्स हैं ज्यूडिशियल ऑफिसर्स, आईएएस, पीसीएस, वाइस चांसलर, डिग्री कॉलेजों के प्रिंसिपल, प्रोफेसर्स, सीबीआई में एपीओ, स्टेट गवर्नमेंट में एपीओ व कई स्टेट्स में ए क्लास आफीसर्स। लॉ डिपार्टमेंट ने अपने स्टूडेंट्स के मोटिवेशन के लिए इन ाूतपूर्व छात्रों का डाटा कलेक्ट किया और डिपार्टमेंट के मूट कोर्ट में उनकी फोटोज विद डेजिनेशन सजा रखी हैं।
यह एल्युमिनाई हैं शान
वर्ष 1986 बैच के आईएएस जितेन्द्र गुप्ता, ाोज यूनिवर्सिटी ाोपाल के वाइस चांसलर प्रो। एसके सिंह, मेवाड़ यूनिवर्सिटी राजस्थान के वाइस चांसलर प्रो। आलोक मिश्रा, उदय प्रताप कॉलेज बनारास के प्रिंसिपल प्रो। डीके सिंह, जीडी डिग्री कॉलेज बदायूं की प्रिंसिपल डॉ। वंदना शर्मा, बरेली कॉलेज के लॉ डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। प्रदीप कुमार, एसएसजे यूनिवर्सिटी अल्मोड़ा के प्रोफेसर डॉ। एसडी शर्मा, प्रोफेसर डॉ। प्रीती सक्सेना, प्रो। जेपी यादव, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। राजकुमार सोनकर, ाारत सरकार के लीगल एडवाइजर जापान बाबू, प्रोफेसर डॉ। गुरमीत सिंह, सेंट्रल यूनिसर्विटी इलाहाबाद के प्रोफेसर डॉ। अंशुमान मिश्रा, एमजेपीआरयू के लॉ डिपार्टमेंट के पूर्व डीन डॉ। दीपक आनंद, प्रोफेसर डॉ। सुदर्शन वर्मा, आरएमलएनएलयू लानऊ के डॉ। मनीष सिंह, प्रोफेसर डॉ। अशोक मलिक, यूपीएचईएसके सदस्य हरबंश दीक्षित।
इन ज्यूडिशियल ऑफीसर्स पर है आरयू को गुमान
हाईकोर्ट राजस्थान के जज जीआर मूलचंदानी(1986), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उत्तराांड पुनीत कुमार(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र डीएस यादव(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट बिहार एलएन त्रिपाठी(2013), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र कुंवर मल्लिकार्जुन(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र एसके चौबे(2017), एडीजे उप्र गीता सिंह(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र सुदेश कुमारी(2015), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट बिहार किरन चतुर्वेदी(2013), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र रूपाली सक्सेना(2008), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र डीके शर्मा(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उत्तराांड मोहित महेश(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र नंदिनी अग्निहोत्रि(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र हेमेन्द्र सिंह(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र आलोक कुमार यादव(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उत्तराांड रामेश्वर दयाल(2017), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट बिहार श्रीनिवास शर्मा(2019), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र यशपाल(2010), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र आरपी यादव(2017), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र अनुपमा सिंह(2017), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र क्रिपा शंकर(2018) , ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र ब्रह्म पाल(2017), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट जेएजी, आईटीबीपी आिलेश शुक्ला, ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र चंदेश्वरी सिंह(2017), ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट उप्र तारकेश्वरी सिंह(2017)।
इन गवर्नमेंट ऑफीसर्स ने बढ़ाया मान
सीबीआई पीओ आशीष, सीबीआई पीओ प्रमोद कुशवाहा, सीबीआई पीओ एसके त्रिपाठी, सीबीआई एपीओ ाानु प्रताप सिंह, एपीओ यूपी सौरा मिश्रा, एपीओ यूपी रेश्मा शशी, पीसीएस यूपी पल्लवी सिंह, एसिसटेंट प्रोफेसर डीएवी कॉलेज लानऊ घनेश यादव, एपीओ यूपी मदन पाल, एपीओ यूपी नीरज कुमार, एपीओ यूपी अतुल मिश्रा, डीएस कॉलेज अलीगढ़ के लॉ डिपार्टमेंट के डॉ। अजय कुशवाहा, केजीके कॉलेज मुरादाबाद के एसिसटेंट प्रोफेसर राजदेव सिंह, गवर्नमेंट कॉलेज मध्य प्रदेश के एसिसटेंट प्रोफेसर मोहमद फरजांद, केजीके कॉलेज मुरादाबाद के एसिसटेंट प्रोफेसर डॉ। राशिद मलिक, लानऊ यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। आरएस राठी, यूपी पीसीएस अजय कुमार, यूके पीसीएस मोहमद नासिर, लॉ ऑफीसर ट्रेड मार्क ऑफिस सुनील यादव, एपीओ विपर्णा गौढ़, एपीओ यूपी अंकित कुमार राम, ऑडिट ऑफीसर डॉ। गुरुदेव सिंह, जेएनडीसी कॉलेज लानऊ के एसिटेंट प्रोफेसर सुनीता राठौर, बीएचयू के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ। विवेक कुमार।