डीजी प्रिजन ने सभी जेल अधीक्षकों को एक महीने में डाटा कलेक्शन का दिया टारगेट
मंडे को सभी जेल अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग में दिए अन्य निर्देश
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BAREILLY: बरेली की डिस्ट्रिक्ट जेल के ई-प्रिजन होने के बाद शासन ने प्रदेश की सभी जेलों में ई-प्रिजन योजना लागू कर दी है। मंडे को डीजी प्रिजन आर आर भटनागर ने यूपी के सभी जेल सुपरिंटेंडेंट को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए तीन महीने में जेलों का डाटा कलेक्ट करने के निर्देश दिए हैं। सभी जेलों में सिस्टम लगाने के लिए शासन से ही कम्पूटर सिस्टम भी उपलब्ध कराये जाएंगे। जरूरत पड़ने पर लोकवाणी से भी संपर्क किया जा सकता है।
बरेली जेल में पहले शुरुआत
बरेली डिस्ट्रिक्ट जेल में डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के प्रयास से एनआईसी ने ई-मुलाकात सिस्टम लागू किया था। इसके तहत जेल में बंद सभी बंदियों का पूरा डाटा कलेक्ट किया गया था। जेल में मिलने वाले सभी लोगों को मिलने से पहले एक पर्ची दी जाती है और उनका पूरा डाटा फोटो सहित कलेक्ट किया जाता है। इसके अलावा बंदियों के भी पूरा डाटा कंप्यूटराइज्ड किया गया। इससे फर्जी मुलाकातियों पर रोक लगी। सेंट्रल जेल में भी इस योजना पर पहले से ही काम चल रहा था। बरेली में योजना सफल होने पर शासन ने यूपी की सभी जेलों में इस योजना को लागू करने का फैसला किया है।
रकम भी हुइर् प्रस्तावित
प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पांडा ने बताया कि इस योजना के लिए डेढ़ करोड़ रुपये स्वीकृत भी हो गए हैं। योजना के इंप्लीमेंट की जिम्मेदारी एनआईसी@निक्सी को दी गई है। इस योजना के लिए ब्,ख्9,78,000 रुपये की राशि प्रस्तावित की गई है। मंडे को आयोजित वीडियो कांफ्रेसिंग में बरेली एनआईसी के प्रिंसिपल साइंटिस्ट मनोज शर्मा से भी योजना के शुरू करने के बारे में जानकारी ली गई। डीजी प्रिजन ने एक महीने में डाटा कलेक्शन का टारगेट दिया है लेकिन तीन महीने में हर हाल में डाटा कलेक्ट करना होगा। बरेली एनआईसी में डिस्ट्रिक्ट जेल के सुपरिंटेंडेंट राधा कृष्ण, सेंटर जेल के सुपरिंटेंडेंट एके राय भी मौजूद रहे।