गुरु गोविंद सिहं महाराज की जयंती पर संजय नगर गुरुद्वारा में सजा दीवान
अखंड पाठ के साथ ही लंगर का हुआ आयोजन, उमड़ी हजारों की भीड।
बरेली। गुरु गोविंद सिंह महाराज जी का प्रकाश पर्व शहर में धूमधाम से मना। वेडनेसडे को गुरु महाराज की जंयती पर मुख्य दीवान गुरुद्वारा दुख निवारण साहेब संजय नगर में सजा। इस धार्मिक आयोजन में हजारों की संगत ने हाजिरी लगाई। यहां कथावचकों से गुरु की महिमा का बखान सुन संगत भावविभोर हो उठी। इस अवसर पर रक्तदान भी हुआ और संगत ने लंगर का प्रसाद भी ग्रहण किया।
गुरु गोविंद सिंह महाराज जी की जयंती पर कार्यक्रम अन्य सालों में विशप मंडल इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित होता था। इस बार कोविड-19 के चलते यह कार्यक्रम संजय नगर गुरुद्वारा में आयोजित हुआ। यहां गुरु की महिमा का बखान करने और कीर्तन के लिए दिल्ली व पटना से रागी जत्थे पहुंचे। उन्होंने गुरु के जीवन पर प्रकाश डाला संगत को बताया कि क्यूं गुरु गोविंद सिंह जी ने देह धारी गुरु की परंपरा को खत्म कर गुरु ग्रंथ साहब के साथ संगत को जोड़ा। पटना साहिब से आए रागी जत्था के भाई सरबजीत सिंह ने जब गोबिंद गाजै सबद बाजै, आनंद रूपी मेरो रामईया, कीर्तन गाया तो गुरुद्वारा का माहोल अमृतमयी हो गया। हजारों की संगत ने भी इस कीर्तन को गाया। कार्यक्रम के दौरान जारी लंगर में यहां हजारों की संगत ने गुरु का प्रसाद ग्रहण किया।