- जिले के स्वास्थ्य विभाग में भी करीब डेढ़ दर्जन बाबुओं के हुए हैं तबादले
बरेली : स्वास्थ्य विभाग में निदेशक प्रशासन की ओर से बड़े स्तर पर हुए तबादलों के खिलाफ महकमे के लिपिकों ने आवाज बुलंद कर दी है। सोमवार को जिले के करीब डेढ़ दर्जन बाबुओं के साथ प्रदेश भर के लिपिक लखनऊ स्थित मुख्यालय पहुंच गए। यहां सभी ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं, इस दौरान सीएमओ आफिस पहुंचे लोगों के कामकाज प्रभावित हुए।
मनमाने तरीके से किए ट्रांसफर
यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के बैनर तले चल रहे प्रदर्शन में जिले से लिपिक वर्ग का नेतृत्व कर रहीं एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष मीनू खरे और जिला मंत्री विनय सिंहटोरिया का कहना है कि सरकार ने महकमे में केवल कर्मचारियों के अनुरोध पर तबादले को कहा है। इसके अलावा शासन ने अधिकतम 20 फीसद तक कर्मचारियों के तबादले की नीति बनाई है। बावजूद इसके महकमे के निदेशक प्रशासन डा.राजा गणपति ने मनमाने तरीके से 60 फीसद से ज्यादा लिपिकों के तबादले कर दिए। इसके विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.बलवीर सिंह को ज्ञापन दिया था। करीब हफ्ते भर पहले प्रदेश भर में बड़े स्तर पर लिपिक वर्ग के तबादले के बाद से बरेली समेत लगभग सभी जिलों के बाबू प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से कार्य बहिष्कार भी किया गया है। जिससे महकमे का कामकाज प्रभावित रहा। प्रदर्शन करने वालों में सुधाकर शर्मा, मो.शाहरान, विनय तिवारी, टीपी कनौजिया, दिनेश अरोड़ा, पीयूष सक्सेना आदि थे।
संविदा कर्मी भी आए साथ
इससे पहले एसोसिएशन के प्रदेश स्तरीय नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन को जिले में संविदा कर्मचारी संगठन का भी साथ मिल गया है। गुरुवार को हुए प्रदर्शन में उप्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र यादव ने भी प्रदेश की स्थानांतरण नीति के विपरीत महिला कर्मचारियों के दूर स्थानांतरण, दपंति नीति, गंभीर रोगी व पदाधिकारियों के स्थानांतरण के विरोध में यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के साथ शामिल हो गया है।