बीसीबी में फिर हुई मारपीट, छात्र गुट ने एक छात्र को बेल्टों से पीटा
बीबीए डिपार्टमेंट में हुआ बवाल
BAREILLY: बरेली कॉलेज को यूं ही बवाली कॉलेज का खिताब नहीं मिला हैआए दिन यहां होने वाले हंगामे इस टैग को बिल्कुल सही साबित करते हैं। वेडनसडे को बीसीबी में हजारों स्टूडेंट्स ने एग्जाम के दौरान जमकर गदर काटा। क्वेश्चन पेपर और आंसरशीट लूट लिए गए, जिसके चलते एग्जाम को कैंसिल करना पड़ा। फ्राइडे को एक तरफ जहां सॉल्वर पकड़े जाने पर कॉलेज के होश फाख्ता हो गए तो दूसरी तरफ बीबीए की छात्रा के साथ हुई छेड़छाड़ ने एक और हंगामे को हवा दी। ऐसे में वीकएंड बवाल के बिना कैसे खत्म हो सकता था इसलिए सैटरडे को भी यहां जमकर एक्शन देखने को मिला। एक बार फिर कॉलेज में मारपीट के बाद जमकर हंगामा हुआ। ये मामला भी बीबीए और बीसीए डिपार्टमेंट का था। बीबीए के एक स्टूडेंट्स ग्रुप ने एक स्टूडेंट को बेल्ट, लात और घूसों से इतना पीटा कि उसके सिर से खून निकलने लगा। कर्मचारियों ने बवाली स्टूडेंट्स को खदेड़ कर पुलिस बुला ली। उनकी मौजूदगी में प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने सभी स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स को नोटिस भेजा है।
नोकझोंक से शुरू हुआ मामला
इस घटना को फ्राइडे को हुई छेड़खानी की घटना का रिएक्शन माना जा रहा है। दोपहर में बीबीए सेकेंड सेमेस्टर का स्टूडेंट विशाल इंटरनल एग्जाम के बाद डिपार्टमेंट में खड़ा था। इतने में एग्जाम देने आ रहे उसके सीनियर्स अनिकेत, अंबर, सोहेल और बाकी साथियों से विशाल की बहस हो गई। एग्जाम खत्म होने के बाद विशाल के खड़े होने पर स्टूडेंट्स ग्रुप को ऐतराज था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई।
कर्मचारियों ने छुड़ाया
तू-तू मैं-मैं चल ही रही थी कि काफी स्टूडेंट इकट्ठा हो गए। इसी बीच छात्रों के गुट ने विशाल को पीटना शुरू कर दिया। कई स्टूडेंट्स ने बेल्ट निकालकर उसे खूब मारा। कोई भी स्टूडेंट उसे छुड़ाने नहीं आया। कर्मचारियों ने बीच-बचाव किया लेकिन छात्र गुट उसे पीटने पर आमादा थे। इसके बाद कर्मचारियों ने छात्रों को खदेड़ कर विशाल को बचाया। विशाल के सिर और हाथ पर चोटें आई हैं।
गायब रही Proctorial team
एक घंटे से ज्यादा देर तक यह हंगामा चलता रहा, लेकिन मौके पर प्रॉक्टोरियल टीम का कोई भी मेंबर नही पहुंचा। केवल कर्मचारी ही मामले को सुलझाते रहे। उस पर भी हंगामा ज्यादा बढ़ा तो कुछ कर्मचारी भाग खड़े हुए। प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह शहर से बाहर हैं। वहीं चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा पारिवारिक कार्यो की वजह से कैंपस में नहीं थे। इनकी गैरमौजूदगी में प्रॉक्टोरियल बोर्ड के किसी भी मेंबर ने इस घटना की ओर देखने की हिम्मत नहीं जुटाई।
पुलिस को नहीं करने दी enquiry
आधे घंटे के बाद मौके पर बारादरी और कोतवाली थाने की पुलिस पहुंची। पुलिस ने पीडि़त विशाल के कहने पर डिपार्टमेंट में जाकर इंक्वॉयरी करनी चाही तो छात्रनेताओं ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया। छात्रनेताओं ने कहा कि बिना चीफ प्रॉक्टर के परमीशन से पुलिस कैंपस में नहीं घुस सकती। करीब आधा घंटे तक छात्रनेताओं ने पुलिस को रोके रखा। इसके बाद डॉ। अजय शर्मा के आने के बाद ही पुलिस को अंदर जाने दिया गया।
चेतावनी देकर छोड़ा
विशाल कीशिनाख्त पर पुलिस, डिपार्टमेंट के हेड डॉ। राजीव मेहरोत्रा और डॉ। अजय शर्मा की मौजूदगी में दोनों पक्षों को बुलाकर सुनवाई की गई। दोनों पक्षों और उनके पेरेंट्स को प्रॉक्टोरियल बोर्ड की तरफ से नोटिस भेजकर पूरी घटना का विवरण बताते हुए चेतावनी दी गई। फ्यूचर में वे फिर से किसी घटना में लिप्त पाए गए तो स्ट्रिक्ट कार्रवाई की चेतावनी दी गई। वहीं सोहेल के पैरेंट्स को मौके पर ही बुलाकर चेतावनी दी गई।
घटना में शामिल सभी स्टूडेंट्स के पेरेंट्स को नोटिस भेज दिया गया है। उन्हें पूरी घटना से अवगत कराया गया है। इसके बाद भी स्टूडेंट्स में सुधार नहीं हुआ तो उनके खिलाफ स्ट्रिक्ट कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ। अजय शर्मा, चीफ प्रॉक्टर, बीसीबी