- बिजली विभाग ने मांगा था सात करोड़ का बजट, फटकार के बाद हरकत में आए अधिकारी
-बिजली विभाग ने बरेली-बदायूं फोरलेन पर पोल शिफ्टिंग का काम शुरू किया
- आई नेक्स्ट ने 21 जनवरी को 'फोरलेन में रोड़ा बनी पोल शिफ्टिंग' प्रकाशित किया था खबर।
BAREILLY: विभागों की टकराहट के कारण अधूरा पड़े बरेली बदायूं फोरलेन को संवारने के दिन आ गए हैं। बिजली विभाग ने पोल शिफ्टिंग का काम शुरू कर दिया है। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन संजीव भारद्वाज ने बताया कि पोल शिफ्टिंग होने के बाद पेड़ों के कटान का काम भी जल्द शुरू हो जाएगा। आई नेक्स्ट ने ख्क् जनवरी को 'फोरलेन में रोड़ा बनी पोल शिफ्टिंग' की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए पीडब्ल्यूडी ने बजट का एस्टीमेट बनाकर शासन को सौंप दिया गया है। वहीं बिजली विभाग ने पूर्व के बजट के आधार पर कार्य प्रारंभ कर दिया है।
यह था मामला
करीब साल भर से बरेली-बदायूं फोरलेन के निर्माण कार्य में पोल शिफ्टिंग न होने से पेड़ों की कटान बाधित हो रही थी। बिजली विभाग की ओर से सात करोड़ के अतिरिक्त बजट मांगने की वजह से निर्माण कार्य लटक गया था। जबकि विभाग को पूर्व में करीब भ् करोड़ रुपए आवंटित किए जा चुके थे। ऐसे में बरेली प्रभारी मंत्री अंबिका चौधरी के साथ विकास कार्यो की समीक्षा में खबर के जरिए बिजली विभाग को आड़े हाथों लिया गया। जिस पर बिजली विभाग के आलाधिकारियों की त्वरित कार्रवाई करते हुए पोल शिफ्टिंग का कार्य शुरू किया गया है।
'रोड़े' ने रोके थे कदम
बिजली विभाग को बरेली बदायूं फोरलेन निर्माण में बाधक बन रहे करीब भ् सौ पोल को शिफ्ट करना है। वहीं वन निगम को फोरलेन के दोनों ओर के करीब क्ख् हजार पेड़ों का कटान करना बाकी है। लेकिन विभाग के कर्मचारी पोल शिफ्टिंग के बाद ही पेड़ों की कटान शुरू करने पर राजी थे। ऐसे में दोनों विभागों की तनातनी के चलते फोरलेन का काम करीब चार महीनों से रुका हुआ था।