- सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने से मांगलिक कार्य पर 15 से रोक
- एक महीने बाद 14 अप्रैल से शुरू होंगे मांगलिक कार्यक्रम
<- सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने से मांगलिक कार्य पर क्भ् से रोक
- एक महीने बाद क्ब् अप्रैल से शुरू होंगे मांगलिक कार्यक्रम
BAREILLY:
BAREILLY: आज से अगले एक महीने तक शहनाई की गूंज सुनाई नहीं देगी। खरमास होने के चलते मांगलिक कार्यो पर विराम लग जाएगा। ज्योतिषाचार्यो की मानें तो, क्भ् मार्च से सूर्य राशि बदल जाएगी। सूर्य क्भ् मार्च से मीन राशि में प्रवेश कर रहा है। इसलिए एक महीने तक कोई भी मांगलिक कार्यक्रम नहीं हो सकता है। खरमास का साइड इफेक्ट मार्केट पर भी देखने को मिलेगा। सामान्य दिनों की अपेक्षा मार्केट में बिजनेस का ग्राफ भी कुछ डाउन रहने की उम्मीद है।
नहीं होंगे मांगलिक कार्य
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि, सूर्य पूरे एक महीने मीन राशि में बैठा रहेगा। सूर्य के मीन में होने के चलते शुभ कार्य करना हिन्दू रीति-रीवाज के मुताबिक शुभ नहीं माना जाता है.क्ब् अप्रैल से मेष राशि में संक्रांति लगेगी। इस लिए एक महीने के विराम के बाद क्म् अप्रैल से शहनाइयां बजनी शुरू होंगी।
दो महीने बाद फिर
अप्रैल में लग्न शुरू होने के बाद मई तक काफी शुभ लग्न है। अप्रैल में मात्र 9 लग्न हैं। हालांकि मई में सबसे अधिक ख्ख् लग्न है। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक सभी लग्न अच्छे हैं। इस दौरान विवाह के अलावा अन्य शुभ कार्य किए जा सकते हैं। क्भ् जून के बाद एक बार फिर सहालग पर रोक लग जाएगी।
दूसरे धंधे में जुट जाते हैं
एक महीने तक वैवाहिक कार्यक्रम पर बे्रक लग जाने से बैंड-बाजा, घोड़ी वाले दूसरे कामों में लग जाते हैं। जैसे ही लग्न शुरू होती है वे अपने पुराने धंधे में लौट आते हैं। शादी-ब्याह में बैंड-बाजा बजाने का ठेका लेने वे साजिद खान बताया कि घर परिवार का खर्चा चलाने के लिए वे कोई भी छोटा-मोटा काम करते हैं।
मार्केट पर भी दिखेगा असर
हाल फिलहाल कोई बड़ा फेस्टिवल नहीं है। वहीं खरमास के चलते सहालग पर रोक लगने से मार्केट पर निगेटिव असर देखने को मिलेगा। सबसे अधिक प्रॉब्लम्स इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े लोगों के सामने है। बिजनेस से जुड़े लोगों का कहना है कि, इस समय यह मार्केट ऐसे ही मंदा है ऊपर से एक महीने का खरमास।
जब मेष राशि में संक्राति लगेगी तभी कोई शुभ कार्य किए जा सकते हैं। फिलहाल एक महीने तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे।
संजय सिंह, ज्योतिषाचार्य